मेट्रो, रेलवे के प्री-पेड कार्ड के लिए आरबीआई की हरी झंडी
| मुंबई दिल्ली मेट्रो, मुंबई मेट्रो और भारतीय रेल जैसे मास ट्रांजिट सिस्टम ऑपरेटर्स अब प्री-पेड कार्ड जारी कर सकेंगे। इस कदम से यात्रियों को व्यस्त समय में लंबी कतारों से बचने में मदद मिलेगी। इन कार्ड का इस्तेमाल ट्रांजिट सिस्टम एरिया में अन्य सामान खरीदने के लिए भी किया जा सकेगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने गुरुवार को मास ट्रांजिट सिस्टम (एमटीएस) ऑपरेटर्स को प्री-पेड कार्ड जारी करने की अनुमति दे दी। इन कार्ड के जरिए यात्री कुछ रकम कार्ड में ट्रांसफर कर सकेंगे। इन कार्ड को स्वाइप कर यात्री ट्रेन में चढ़ सकेंगे और उन्हें टिकट खरीदने के लिए कतार में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी। अभी तक कुछ एमटीएस ऑपरेटर्स ने बैंकों के साथ पार्टनरशिप में प्री-पेड कार्ड जारी किए हैं। आरबीआई ने कहा कि एमटीएस ऑपरेटर्स की ओर से जारी प्री-पेड कार्ड में किसी भी समय बैलेंस 2,000 रुपये से ज्यादा का नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही आरबीआई का कहना है कि एमटीएस ऑपरेटर्स को प्री-पेड कार्ड में जमा रकम को रिफंड करने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। कार्ड की न्यूनतम वैलिडिटी उसे जारी करने की तिथि से छह महीने की होगी। इन प्री-पेड कार्ड का इस्तेमाल ट्रांजिट सिस्टम के परिसर में अन्य मर्चेंट्स के पास खरीदारी के लिए भी किया जा सकेगा। आरबीआई ने कहा कि एमटीएस ऑपरेटर्स को खुद के कार्ड जारी करने की अनुमति देने का कदम इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट्स को प्रोत्साहित करने के मकसद से उठाया गया है। आरबीआई के मुताबिक, ‘कैश-बेस्ड पेमेंट्स से इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट्स की ओर शिफ्ट होने के प्रोसेस में छोटी वैल्यू की कैश पेमेंट्स के तरीके में बदलाव नकदी-रहित समाज का लक्ष्य हासिल करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। मास ट्रांजिट सिस्टम्स में बड़ी मात्रा में छोटी मात्रा की कैश पेमेंट्स होती हैं।’ अभी तक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और आईसीआईसीआई बैंक जैसे चुनिंदा बैंकों ने एमटीएस ऑपरेटर्स के साथ पार्टनरशिप में इस तरह के कार्ड जारी किए हैं।
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