मुझे अब भी भरोसा नहीं, पर DRS न होने से भारत को नुकसान हुआ: धोनी
|भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। मेजबान टीम की इस जीत में जॉर्ज बैले की शानदार शतकीय पारी (112 रनों) की भूमिका रही। हालांकि, वह पारी की शुरुआत में ही विकेट के पीछे कैच आउट हो गए थे, लेकिन विकेटकीपर और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की ओर से जबरदस्त अपील न होने से अम्पायर ने उन्हें आउट करार नहीं दिया। इससे एक बार फिर से डीआरएस सिस्टम का मामला चर्चा में आ गया है।
मैच के बाद पत्रकारों के साथ सवाल-जवाब में भी यह मामला उठाया गया। धोनी ने बैले के आउट होने के सवाल पर कहा कि उन्हें डीआरएस पर भरोसा नहीं है। पत्रकार ने सवाल पूछा कि क्या आपको लगता है कि भारत को डीआरएस सिस्टम न होने का नुकसान हुआ? इस पर धोनी ने कहा, ‘मैं आपसे सहमत हो सकता हूं।’ पत्रकार ने कहा कि अगर डीआरएस सिस्टम होता तो बैले को आउट करार दिया जाता। इस पर धोनी ने कहा, ‘वह अब भी डीआरएस सिस्टम से संतुष्ट नहीं हैं।’
इसी सवाल पर जॉर्ज बैले ने कहा कि इसे (अपने खिलाफ कैच की अपील को) डीआरएस पर देखना मजेदार होता। बैले ने बरिंदर सरन की तारीफ की और कहा कि उनका भविष्य उज्जवल है। उनके पास अच्छा पेस है। आपको बता दें कि बीसीसीआई डीआरएस सिस्टम का विरोध करता आया है, इसलिए भारत के मैचों में यह सिस्टम लागू नहीं होता है।
टीम की बोलिंग पर धोनी ने कहा, ‘फास्ट बोलर्स ने अच्छी बोलिंग की। हमें अच्छी शुरुआत दी। स्पिनर्स और अच्छी बोलिंग कर सकते थे।’ धोनी ने कहा, ‘इशांत चयन के लिए उपलब्ध थे, लेकिन उन्हें अंगुली में चोट के साथ खेलना पड़ता। हमने उन्हें टीम में रखने का खतरा मोल नहीं लिया।’
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