भगोड़े नीरव मोदी के भाई के खिलाफ सीबीआई ने इंटरपोल से की रेड कॉर्नर नोटिस की मांग
|पीएनबी के साथ 2 अरब डॉलर का फ्रॉड कर फरार हुए हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भाई के खिलाफ सीबीआई ने इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने नीरव मोदी के भाई और बेल्जियम के नागरिक निशाल के खिलाफ इस नोटिस के लिए इंटरपोल से संपर्क किया है। यही नहीं सूत्रों के मुताबिक एजेंसी ने नीरव मोदी की कंपनी के एक एग्जिक्युटिव सुभाष परब के खिलाफ नोटिस की मांग की है। इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस अपने सदस्य देशों से यह कहता है कि वह आरोपी को हिरासत में लें या फिर गिरफ्तार करें, जो किसी एक सदस्य देश में वांछित है।
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इससे पहले 15 फरवरी को एजेंसी ने इंटरपोल के जरिए नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और निशाल के खिलाफ डिफ्यूजन नोटिस जारी कराया था। इस नोटिस के मेकेनिज्म के तहत इंटरपोल के सदस्य देशों के बीच भगोड़े की लोकेशन के बारे में जानकारी दी जाती है। सूत्रों के मुताबिक इस डिफ्यूजन नोटिस के बाद ही ब्रिटेन की ओर से नीरव मोदी और अन्य भगोड़ों की मूवमेंट के बारे में जानकारी दी गई थी। हालांकि उसने इनकी लोकेशन के बारे में सटीक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
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एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ’15 फरवरी, 2018 को इंटरपोल की ओर से डिफ्यूजन नोटिस जारी करने के बाद सीबीआई ने सक्रियता दिखाते हुए सभी सदस्य देशों की नैशनल सेंट्रल ब्यूरोज से संपर्क किया था और भगोड़ों के पते और उनकी लोकेशन की जानकारी साझा करने की मांग की थी।’ नैशनल सेंट्रल ब्यूरो किसी देश की वह एजेंसी होती है, जो इंटरपोल से तालमेल में रहती है।
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