बिहार के लिए घोषित 1.65 लाख करोड़ रुपये के पैकेज पर काम जारी: केंद्र
|केंद्र की मोदी सरकार ने कहा है कि बिहार के लिए घोषित 1.65 लाख करोड़ रुपये के पैकेज को लागू किया जा रहा है क्योंकि यह राज्य की जनता के लिए है ना कि किसी सरकार विशेष के लिए। बिहार पैकेज को लेकर अनिश्तिता दूर करते हुए केंद्र ने यह बात कही। केंद्र ने कहा कि बिहार पैकेज के तहत परियोजनाएं विभिन्न चरणों में लागू हो रही हैं और उन पर नियमित तौर पर नजर रखी जा रही है।
इस मुद्दे पर सोमवार को रेल मंत्री सुरेश प्रभु, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा बिजली मंत्री पीयूष गोयल समेत केंद्रीय मंत्रियों की बीजेपी के राज्य प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। बैठक में राज्य बीजेपी के प्रतिनिधियों में सुशील कुमार मोदी, प्रेम कुमार तथा मंगल पांडे शामिल थे। प्रतिनिधियों ने आधे दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की और उनसे संबद्ध परियोजनाओं को तेजी से लागू करने के लिए मासिक आधार पर नजर रखने को कहा।
बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने बताया, ‘प्रधानमंत्री ने बिहार के लिए 1.65 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी। हम घोषित पैकेज के मामले में प्रगति का आकलन करने के लिए विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं। सभी ने आश्वस्त किया है कि यह पैकेज बिहार के लिए है न कि किसी सरकार विशेष के लिए।’
केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बना नहीं पाई, इससे कुछ तबकों में पैकेज को लेकर चिंता बढ़ी है। सुशील मोदी ने कहा, ‘इस बात को लेकर भ्रम था कि अगर बिहार में सरकार नहीं बदली तो पैकेज का क्या होगा। सभी मंत्रियों ने हमसे कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार की जनता के लिए पैकेज दिया है। हम इस पैकेज को लागू कर रहे हैं। यह सभी मंत्रालयों में विभिन्न चरणों में हैं।’
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा, ‘गंगा नदी पर दो बड़े पुलों का निर्माण हो रहा है। इसमें एक पटना में दीघा-सोनपुर रेल-सह-सड़क पुल है और दूसरा मुंगेर में है। प्रभु ने हमसे कहा कि ये दोनों पुल एक महीने में पूरे हो जाएंगे और फरवरी के अंत तक चालू हो जाएंगे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में इन दोनों पुलों की आधारशिला रखी थी लेकिन पूर्व यूपीए शासन के एक दशक में भी यह पूरा नहीं हो पाया। मोदी ने कहा कि एक और परियोजना गंगा नदी को उत्तर बिहार से जोड़ने वाला महात्मा गांधी सेतु है और इसे भी सही तरीके से लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘सड़क मंत्रालय ने इस पुल के मरम्मत के लिए 1,800 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। केंद्र फंड का आबंटन करेगा और बिहार सरकार इसका मरम्मत कार्य करेगी।’
बिहार को मिलने वाले पैकेज में सड़क परियोजनाओं की बड़ी हिस्सेदारी है। गंगा नदी पर 5,000 करोड़ रुपये की लागत से एक नया पुल बनाया जाएगा। यह गांधी सेतु के पास होगा। बिहार में बिजली क्षेत्र के बारे में उन्होंने कहा कि बाढ़ परियोजना के दूसरे चरण का 660 मेगावॉट क्षमता की दूसरी इकाई अगले महीने परिचालन में आ जाएगी। मोदी ने कहा, ‘बिजली मंत्री ने हमसे कहा है कि बांका में 4,000 मेगावॉट क्षमता की बहुत बड़ी बिजली परियोजना की जल्दी ही नीलामी की जाएगी और इसमें से 50 प्रतिशत बिजली बिहार को मिलेगी। एनडीए शासन के दौरान बिहार को केंद्र से 1,000 मेगॉवाट अतिरिक्त बिजली मिल रही थी।’ उन्होंने कहा, ‘पेट्रोलियम मंत्रालय ने हमसे कहा है कि जगदीशपुर-हल्दिया गैस पाइपलाइन पर काम जारी है। इसके अलावा बरौनी रिफाइनरी की क्षमता बढ़ाकर 90 लाख टन करने की योजना है जो फिलहाल 60 लाख टन है। वहां पेट्रोरसायन परिसर की भी योजना है।’
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