बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव
| हालांकि प्रस्ताव दिए जाने के कई वर्ष गुजर जाने के बाद भी राज्य सरकार की ओर से जरूरी जानकारी नहीं भेजी गई। इसी कारण यह विषय अभी तक लंबित है। शीलभद्रयाजी स्वतंत्रता सेनानी और नेताजी सुभाषचंद्र बोस के सहयोगी थे। आरटीआई के तहत मिली जानकारी के अनुसार, बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन का नाम शीलभद्रयाजी नगर करने के प्रस्ताव के साथ आरा रेलवे स्टेशन का नाम ‘अरा अकली देवी’ के नाम पर करने के बिहार के पूर्व राज्यपाल बूटा सिंह और हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेन्दर सिंह हुड्डा के प्रस्ताव को तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने 30 मार्च 2006 को गृह मंत्रालय को भेजा था। उन्होंने प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान करने का आग्रह किया था। आरटीआई के तहत गृह मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर ‘शीलभद्रयाजी नगर’ करने के लिए बिहार सरकार ने 25 जुलाई 2005 को एक प्रस्ताव रेल मंत्रालय के पास 30 मार्च 2006 को भेजा था। मंत्रालय ने बताया, ‘इस संबंध में राज्य सरकार से मांगी गई अतिरिक्त सूचना प्राप्त नहीं होने के कारण आगे की कार्रवाई नहीं की जा सकी है।’ उल्लेखनीय है कि अरा अकली देवी महान महिला स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्होंने 1942 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में शुरू किए गए ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन में सक्रियता से हिस्सा लिया।
बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘शीलभद्रयाजी नगर’ करने के बिहार सरकार के प्रस्ताव पर रेल मंत्रालय के साल 2006 के पत्र पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से अतिरिक्त सूचना मांगी।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।