फिल्म रिव्यू: सरदार गब्बर सिंह (2.5 स्टार)
|यह अनाथ गब्बर की कहानी है। उसे ‘शोले’ फिल्म का गब्बर पसंद है, इसलिए उसने अपना नाम गब्बर रख लिया। वह निडर है। ‘जो डर गया, समझो मर गया’ उसका प्रिय संवाद और जीवन का आदर्श वाक्य है। एक पुलिस अधिकारी उसे पालता और पुलिस में नौकरी दिलवा देता है।