फिल्म रिव्यू: लागत, मेहनत और परिकल्पना पर लंबे डग भरती ‘बाहुबली- द कंक्लूजन’
|तीर-कमान के युग में मशीन और टेलीस्कोप का उपयोग उतना ही अचंभित करता हे, जितना गीतों और संवादों में संस्कृत और उर्दू का प्रयोग…थोड़ी कोशिश और सावधानी से इनसे बचा जा सकता था।