फर्जी सर्वे को शेयर करके फंसीं अलका लांबा, कपिल मिश्रा और बीजेपी ने आप पर लगाया आरोप
|आप की विधायक अलका लांबा का बवाना विधानसभा उपचुनाव को लेकर कथित सर्वे को ट्वीट करना भारी पड़ गया है। लांबा ने जिस सर्वे को साझा किया, उसके लिए दावा किया गया कि वह एक हिंदी न्यूज चैनल द्वारा कराया गया है, जबकि चैनल ने ऐसे किसी भी सर्वे को कराने की बात से इनकार किया है। वहीं, अब बीजेपी और आप के ही बागी विधायक कपिल मिश्रा ने इसे गंभीरता से लेते हुए आप पर फर्जी सर्वे द्वारा जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले को चुनाव आयोग के सामने उठाने की बात भी कही है।
बवाना उपचुनाव में महज 5 दिन बचे हैं। तीनों ही पार्टियां पूरे जोर-शोर से मैदान में उतरी हुई हैं। जहां आप के लिए इस सीट को जीतना पार्टी की साख और कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है, वहीं कांग्रेस के लिए यह कमबैक का मौका है। वहीं बीजेपी यहां भी मोदी फैक्टर को आगे रख दिल्ली विधानसभा में अपनी एक और सीट बढ़ाने के चक्कर में है। यही कारण है कि तीनों ही पार्टियां इस सीट को जीतने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। पिछले 15 दिनों की बात करें तो सोशल मीडिया खासतौर से वॉट्सऐप के माध्यम से चार अलग-अलग चुनावी सर्वे से जुड़ी खबरों की क्लिपिंग वायरल की गई। इनमें से तीन हिंदी अखबारों की थीं। तीनों में ही बवाना उपचुनाव को लेकर सर्वे किया गया और आप पार्टी को जनता की पहली पसंद बताया गया लेकिन तीनों ही अखबारों ने ऐसे किसी भी सर्वे के न कराए जाने की बात कही और सर्वे को फर्जी बताया।
ताजा मामला गुरुवार रात से शुरू हुआ। पहले वॉट्सऐप पर एक हिंदी न्यूज चैनल की क्लिपिंग शेयर की गई जो बवाना उपचुनाव को लेकर कराए गए सर्वे को लेकर थी। इसमें भी आप को ही जनता की पहली पसंद दिखाया गया। देर रात लगभग 11 बजे अलका लांबा ने अपने ट्विटर हैंडल से इसे शेयर किया और उस पर लिखा कि ‘बवाना की जनता राम के नाम पर बीजेपी को नहीं बल्कि आप को वोट दे रही है।’ यहां राम से मतलब आप के उम्मीदवार रामचंद्र के संदर्भ में इस्तेमाल किया गया। अलका लांबा द्वारा किए गए इस ट्वीट के बाद सबसे पहले उन्हीं की पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने इस पर तंज कसा और इस सर्वे को पूरी तरह से फर्जी बताया। कपिल ने चेतावनी देते हुए कहा कि वह आप के खिलाफ चुनाव आयोग में इसकी शिकायत करेंगे।
आज सुबह दिल्ली बीजेपी के मीडिया कॉर्डिनेटर प्रवीण कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस तरह के फर्जी हथकंडे 2013 के विधानसभा चुनाव से ही अपना रही है। पहले ये लोग जगह-जगह बैनर पोस्टर लगा कर फर्जीवाड़ा करते थे, वहीं अब ये इस तरह के काम कर रहे हैं लेकिन कल अलका लांबा ने अपने ऑफिशल ट्विटर हैंडल से इस सर्वे को साझा करके यह साबित कर दिया है कि इस फर्जीवाड़े में पार्टी भी शामिल है। बीजेपी इस मामले को चुनाव आयोग के संज्ञान में लाएगी।
अलका लांबा ने कहा कि कल उन्हें वॉट्सऐप पर दो सर्वे मिले थे। एक बीजेपी से जुड़ा था, जिसमें दावा किया गया था कि बीजेपी को अगले लोकसभा चुनाव में 350 सीटें मिलेंगी, दूसरा बवाना उपचुनाव का। उन्होंने प्रमाणिकता की जांच किए बगैर ही उसे ट्विटर पर शेयर कर दिया।
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