नोटबंदी के बाद चंद सप्ताहों में हालात सामान्य हुए: जेटली
|केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि लोग अनुमान लगा रहे थे कि नोटबंदी के बाद हालात सामान्य होने में महीनों लग जाएंगे, लेकिन स्थिति कुछ ही सप्ताहों में सामान्य हो गई। सिक्यॉरिटी प्रिंटिंग प्रेस की क्षमता की प्रशंसा करते हुए जेटली ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी नोटबंदी में SPMCIL ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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जेटली ने सिक्यॉरिटी प्रिंटिंग मिन्टिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SPMCIL) के 11 वें स्थापना दिवस पर कहा, ‘लोग आमतौर पर अनुमान लगा रहे थे कि नोटबंदी के बाद हालात सामान्य होने में 7 महीने या सालभर लग जाएंगे, लेकिन कुछ ही सप्ताहों में हालात सामान्य हो गए। SPMCIL और भारतीय रिजर्व बैंक ने नोटों की आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने के लिए सराहनीय काम किया है। पूरी क्षमता के साथ चौबीसों घंटे काम करना सराहनीय है।’
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जेटली ने कहा कि अन्य कंपनियों में 99 फीसदी क्षमता को अच्छा माना जाता है, लेकिन SPMCIL ने 100 फीसदी त्रुटि मुक्त काम किया, क्योंकि नोटों की छपाई में एक फीसदी की भी ढिलाई गंभीर समस्या पैदा कर सकती है। उन्होंने कहा कि SPMCIL ने दुनिया की सबसे बड़ी नोटबंदी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जेटली ने ऋण मुक्त होने के लिए भी SPMCIL की प्रशंसा की और कहा कि वह न सिर्फ नोट छाप रहा है, बल्कि सरकार के लिए भी पैसे कमा रहा है।
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बता दें कि सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (सीपीएसई) के तहत SPMCIL की स्थापना 13 जनवरी, 2006 को हुई थी, जिसका उद्देश्य चार सरकारी टकसालों, नोट छापने वाले दो प्रेस, दो सिक्यॉरिटी प्रेसों और एक सिक्यॉरिटी पेपर मिल का प्रबंधन करना था। निगम पर पूरी तरह केंद्र सरकार का नियंत्रण है। निगम की बिक्री साल 2014-15 के दौरान 4,413.85 करोड़ रुपये थी, जो 2015-16 के दौरान 5.30 की वृद्धि के साथ बढ़कर 4,647.57 करोड़ रुपये हो गई।
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