टिम कुक ने बताईं कुछ अनसुनी घटनाएं, स्टीव चिल्लाए और कहा था- नहीं चाहिए लिवर
|सैन फ्रैंसिस्को. जनवरी 2009 की बात है। कैंसर से जूझ रहे स्टीव जॉब्स बिस्तर से उठने की हालत में भी नहीं थे। पेट में काफी सूजन आ गई थी। लिवर ट्रांसप्लांट की सख्त जरूरत थी। जिंदगी के इस नाजुक मोड़ पर एक शख्स खुद चल कर स्टीव के पास गया। लिवर का एक हिस्सा देने की गुजारिश की। लेकिन जॉब्स ने इस पेशकश को तल्खी से ठुकरा दिया। जॉब्स को लिवर की पेशकश करने वाले शख्स थे टिम कुक। तब कुक एपल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर थे। स्टीव और टिम के बीच का यह अनसुना वाक्या जॉब्स पर लिखी नई किताब ‘बिकमिंग स्टीव जॉब्स’ के अंशों से सामने आया है। जो 24 मार्च को रिलीज होगी। किताब में कुक ने बताया कि ‘जब मैं स्टीव जॉब्स के घर पहुंचा तो वे बेड पर लेटे हुए थे। कुछ देर बाद मैंने कहा कि स्टीव मैं आपको लिवर दे सकता हूं। मैंने सारे टेस्ट करा लिए हैं। यह सुनते ही जॉब्स ने मना कर दिया। मुझे लगा जैसे किसी ने मेरे पांव काट दिए हों। फिर मैंने मेडिकल रिपोर्ट दिखाते हुए कहा कि इसमें मुझे कोई खतरा नहीं है। तो स्टीव चिल्लाते हुए बोले-‘मैं न ऐसा करूंगा, न ही तुम्हें ऐसा कभी करने दूंगा, नहीं चाहिए मुझे…