जयशंकर प्रसाद जयंती विशेष: कुनबे की रार और मंझधार में फंसी साहित्य भूमि
|30 जनवरी 1889 को जन्मे काशी के इस लाल ने 15 नवंबर 1937 को टीबी से जूझते हुए फानी दुनिया से विदा ली लेकिन उनके जाने के बाद भी दुश्वारियों ने उनका दामन न छोड़ा।
30 जनवरी 1889 को जन्मे काशी के इस लाल ने 15 नवंबर 1937 को टीबी से जूझते हुए फानी दुनिया से विदा ली लेकिन उनके जाने के बाद भी दुश्वारियों ने उनका दामन न छोड़ा।