ग्रेनो में फ्री ड्रिंकिंग वॉटर के होंगे सौ पॉइंट
|ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा में आने वाले दिनों में आपको प्यास बुझाने के लिए पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी शहर में करीब 100 जगहों पर पीने के पानी की सप्लाई के लिए वॉटर टैप लगाने जा रही है। अथॉरिटी ने इसके लिए सर्वे शुरू कर दिया है। अथॉरिटी अफसरों का कहना है कि इसके अलग से लिमिटेड एरिया में पाइपलाइन बिछाई जाएगी।
दिल्ली और एनसीआर के अन्य शहरों की तरह ग्रेटर नोएडा में भी सार्वजनिक जगहों पर प्यास बुझाने के लिए लोगों को बोतलबंद पानी पर निर्भर रहना पड़ता है। मार्केट और बस स्टॉप जैसी जगहों पर लोगों को प्यास लगने पर पानी खरीदना पड़ता है। हालांकि, अथॉरिटी ने अभी चार जगहों पर वॉटर कूलर लगा रखा है। अथॉरिटी की योजना अब 100 जगहों पर वॉटर टैप लगाने की है।
अथॉरिटी के सीईओ दीपक अग्रवाल ने बताया कि इस योजना के तहत कमर्शल एरिया औैर शहर के प्रमुख बस स्टॉप को कवर किया जाएगा। विदेश में कुछ खास शहरों में इस तरह की व्यवस्था की गई है। यहां भी ऐसी ही व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए टीम को सर्वे करने का निर्देश दे दिया गया है। इसमें यह देखा जाएगा कि शहर के किन बस स्टॉप पर लोगों की अधिक भीड़ रहती है।
सीईओ ने बताया कि वॉटर टैप लगाने के लिए अलग पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इस से सिर्फ पीने योग्य पानी की सप्लाई की जाएगी। यह भी सुनिश्चित होगा कि टैप से पानी बर्बाद न हो। ऐसा सिस्टम बनाया जाएगा कि अगर टैप से पानी गिरता है तो वह सीधे जमीन के अंदर चला जाए। साथ ही रोजाना इसकी मॉनिटरिंग भी की जाएगी, ताकि अगर कोई वॉटर टैप लीक कर रहा है तो उसे तुरंत बदला जा सके।
दिल्ली और एनसीआर के अन्य शहरों की तरह ग्रेटर नोएडा में भी सार्वजनिक जगहों पर प्यास बुझाने के लिए लोगों को बोतलबंद पानी पर निर्भर रहना पड़ता है। मार्केट और बस स्टॉप जैसी जगहों पर लोगों को प्यास लगने पर पानी खरीदना पड़ता है। हालांकि, अथॉरिटी ने अभी चार जगहों पर वॉटर कूलर लगा रखा है। अथॉरिटी की योजना अब 100 जगहों पर वॉटर टैप लगाने की है।
अथॉरिटी के सीईओ दीपक अग्रवाल ने बताया कि इस योजना के तहत कमर्शल एरिया औैर शहर के प्रमुख बस स्टॉप को कवर किया जाएगा। विदेश में कुछ खास शहरों में इस तरह की व्यवस्था की गई है। यहां भी ऐसी ही व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए टीम को सर्वे करने का निर्देश दे दिया गया है। इसमें यह देखा जाएगा कि शहर के किन बस स्टॉप पर लोगों की अधिक भीड़ रहती है।
सीईओ ने बताया कि वॉटर टैप लगाने के लिए अलग पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इस से सिर्फ पीने योग्य पानी की सप्लाई की जाएगी। यह भी सुनिश्चित होगा कि टैप से पानी बर्बाद न हो। ऐसा सिस्टम बनाया जाएगा कि अगर टैप से पानी गिरता है तो वह सीधे जमीन के अंदर चला जाए। साथ ही रोजाना इसकी मॉनिटरिंग भी की जाएगी, ताकि अगर कोई वॉटर टैप लीक कर रहा है तो उसे तुरंत बदला जा सके।
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