क्रिप्टोकरंसी को रेग्युलेट करने से बढ़ेगा लोगों का भरोसा: WEF
|बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसीज में लोगों को विश्वास बढ़ाने के लिए रेग्युलेशंस लाई जानी चाहिए, दुनिया के कई देश इस इनोवेशन का फायदा उठाने के लिए इसकी तैयारी भी कर रहे हैं। वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में हिस्सा लेने वाले एक्सपर्ट्स का क्रिप्टोकरंसीज को लेकर यही मानना है। क्रिप्टोकरंसीज के लिए नियम अभी अपने शुरुआती दौर में हैं। स्वीडन अपनी खुद की डिजिटल करंसी लॉन्च करने की तैयारी में है।
वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम (WEF) के रिलीज के मुताबिक, बिटकॉइन का प्राइस पिछले 4 सालों में 12 गुना बढ़ा है और क्रिप्टोकरंसीज का कुल मार्केट 500 बिलियन डॉलर से ज्यादा का है। स्विट्जरलैंड की इंडेक्स वेंचर्स के को-फाउंडर नील रीमर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि क्रिप्टोकरंसीज को रेग्युलेट किया जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि रेग्युलेशन आने की वजह से लोगों का विश्वास बढ़ेगा।
पढ़ें: कभी सोचा फ्री वॉट्सऐप, वीचैट कमाते कैसे हैं?
रिलीज में कहा गया कि कई देश न सिर्फ क्रिप्टोकरंसीज को रेग्युलेट करने जा रहे हैं साथ ही कई देश इस इनोवेशन का फायदा उठाने के मकसद से अपनी डिजिटल कंरसी जारी भी कर सकते हैं। स्वीडन के सेंट्रल बैंक के डेप्युटी गवर्नर ने कहा, ‘स्वीडन अपनी खुद की डिजिटल कंरसी ई क्रोना लाने की तैयारी में है जो परंपरागत कंरसी नोट और सिक्कों को टक्कर देगी।’ उन्होंने आगे कहा, ‘कैश फैशन से बहुत जल्दी गायब हो रहा है।’
कई विकासशील देश भी क्रिप्टोकरंसी मूवमेंट का हिस्सा बन सकते हैं। हॉन्ग कॉन्ग के रैडियन पार्टनर्स ने कहा, ‘कई सारे छोटे देश या छोटी अर्थव्यवस्थाओं ने सोचना शुरू कर दिया है कि अगर क्रिप्टोकरंसीज को रेग्युलेट किया जाए तो काफी इन्वेस्टमेंट हो सकता है।’
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Latest Business News in Hindi – बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times