क्रांतिधरा मेरठ पर दहाड़ेंगी माया, 2019 के लिए करेंगी चुनावी शंखनाद

मेरठ
बीएसपी सुप्रीमो मायावती क्रांतिधरा मेरठ में सोमवार को दहाड़ेंगी। यहां से वह 2019 के लिए चुनावी शंखनाद करेंगी। विपक्षी एकता की उम्मीद के बीच उनके निशाने पर बीजेपी तथा मोदी और योगी की सरकार रहेंगी। मायावती यहां दलितों, मुस्लिमों और पिछड़ों को साथ जोड़ने के लिए उनको साधने का काम करेंगी। मायावती तीनों मंडलों की समीक्षा बैठक भी मीटिंग के पहले एक होटल में करेंगी। मायावती के मेरठ दौरे का प्रोग्राम भी प्रशासन को मिल गया है। बीएसपी थिंकटैंक ने रैली की कामयाबी के लिए बीएसपी ने आखरी चरण में पूरी ताकत झोंक दी हैं। मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद तीनों मंडलों की 70 विधानसभा क्षेत्रों के अध्यक्षों की बैठक में तय किया गया है कि हर हाल में अनुशासन बना रहें और बहनजी के साथ हक की जंग के लिए आवाज बुलंद करें।

मायावती एक तरह से 2019 के चुनाव का शंकनाद इस रैली से करेंगी। माना जा रहा है कि क्रांतिधरा से वह देश और प्रदेश के सभी मुद्दों को उठाएंगी। सबसे पहले दलित उत्पीड़न उनका मुख्य मुद्दा होने की उम्मीद हैं। इसी को लेकर वह रैली अभियान शुरू कर रही हैं। सहारनपुर के शब्बीरपुर हिंसा मे दलित उत्पीड़न को लेकर वह राज्यसभा की सदस्यता तक से इस्तीफा दे चुकी हैं। इसलिए देश औऱ प्रदेश के दलित उत्पीड़न के मुद्दों को जोड़कर वह केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साध सकती हैं। दूसरे मुद्दे पर वह मुसलमानों को जोड़ने में शायद ही कोई कसर छोड़ें। वेस्ट यूपी में दलित मुस्लिम समीकरण के लिए वह गौरक्षा के नाम पर कई जगह की गई हत्याओं और मांस कारोबार के नाम पर मुस्लिमों के उत्पीड़न के साथ म्यांमार के मुस्लिमों पर हो रहे जुल्म को भी उठा सकती हैं।

दो दिन पहले पह म्यांमार के बारे में केंद्र सरकार से इंसानियत के नाते आगे बढ़कर काम करने की सलाह दे चुकी हैं। इसी के साथ खुद से छिटक गए पिछड़ों को भी पूरी तरह साथ जोड़ने का उनका प्रयास होगा। वह पिछड़ों और अति पिछड़ों के लिए बीएसपी सरकार द्वारा किए गए काम और बीजेपी शासन में हो रही उनकी उपेक्षा का मुद्दा यहां उठा सकती हैं। मायावती का संदेश रैली आयोजकों को है कि रैली में पिछड़ों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी होनी चाहिए।

बीएसपी के सूत्रों के मुताबिक बहन जी किसानों की परेशानी, गन्ना मूल्य भुगतान के लटकने, कर्जमाफी के नाम पर खानापूर्ति करने, आलू के दाम नहीं मिलने आदि को भी मुख्य तौर पर उठाएंगी। गरीबों के लिए चलाई जा रही योजनाओं में कटौती करने की तोहमत भी वह बीजेपी पर मढ़ेंगी। आमजन को केंद्र और प्रदेश सरकार की तरफ से सिर्फ छलने की बात कहकर सहानुभूति हासिल कर सकती हैं। केंद्र और प्रेदश के ऐसे वादे जिनको पूरा नहीं किया गया उनको उठाकर जनविरोधी सरकार साबित करने की कोशिश भी बीएसपी की होगी।

हाईकमान ने प्लान बताया और वर्करों को समझा…
बीएसपी की तरफ से राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद बाबू मुनकाद अली, मध्य प्रदेश के बीसपी के प्रभारी और मुरादाबाद मंडल के जोन कोऑर्डिनेटर एमएलसी अतर सिंह राव, पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी, वेस्ट यूपी प्रभारी शमसुद्दीन राइन, योगेश वर्मा आदि ने विधानसभा क्षेत्र अध्यक्षों के साथ बैठक की। जिसमें तय किया गया कि हर विधानसभा क्षेत्र से आने वाले वर्करों को वहां का अध्यक्ष लीड करेगा। हर जिले के वर्कर एक साथ जुलूस के साथ शांति से वाहनों की लाइन लगाकर आएंगे। अपनी तरफ से किसी भी जिले या मेरठ में जाम की स्थिति नहीं पैदा होने देंगे। पुलिस और प्रशासन की तय पालिसी का पालन करेंगे। मेरठ के बाहरी हिस्से पर दूसरे जिलों से आने वाले लोगों के लिए सूचना देने के लिए बीएसपी वर्कर तैनात रहेंगे। वाहन कहां खड़ा करना हैं। पैदल किधर जाना हैं। रैली स्थल पर किस ब्लाक में बैठना है, यह सब हर विधानसभा अध्यक्ष को ब्लूप्रिंट दे दिया हैं। एसपी सिटी ने कई सीओ और थानेदारों के साथ बीएसरपी नेताओं के साथ व्यवस्था को लेकर अंतिम रूप दिया। पुलिस ने रैली मे भारी भीड़ जुटने के मददेनजर दूसरे जिलों से भी फोर्स मंगाई हैं।

निकाय चुनाव के टिप्स देंगी माया
मायावती के प्रशासन को मिले प्रोग्राम के मुताबिक वह सुबह 8 बजे दिल्ली से चलकर दस बजे मेरठ में बाइपास पर एक होटल पर रुकेंगी। वहां पार्टी के जिम्मेदार वर्करों के साथ तीनों मंडलों की समीक्षा बैठक करेंगी। निकाय चुनाव की तैयारी के बार मे जानकारी देने के साथ 2019 के लिए जुटने के संदेश देंगी। सवा ग्यारह बजे रैली स्थल पर पहुंचकर संबोधित करेंगी। सवा घंटा रैली स्थल पर रहकर वापस होटल चली जाएगी। जहां कुछ देर आराम करने के बाद दिल्ली चली जाएगी।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

UP News in Hindi, उत्तर प्रदेश समाचार – Latest UP News in Hindi, Uttar Pradesh News