क्या धोनी टी20 इंटरनैशनल के लिए अभी भी उपयोगी हैं?
|शनिवार को राजकोट में न्यू जीलैंड के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में स्टंपिंग से बचने के लिए धोनी ने शानदार जिमनैस्टिक्स क्षमता का परिचय दिया। क्रीज में बने रहने के लिए धोनी की स्ट्रेचिंग की इस कोशिश ने जल्द ही सोशल मीडिया पर तहलका मचाया दिया और पूर्व कप्तान ट्रोल हो गए। कुछ महीनों पहले धोनी ने कुछ वनडे में अच्छे प्रदर्शनों की बदौलत अपने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया था। 36 साल के धोनी 50 ओवरों के मैच के लिए अभी भी फिट नजर आ रहे हैं, पर न्यू जीलैंड के खिलाफ 37 गेंदों पर 49 की पारी को लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं। क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में धोनी को लेकर सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या वह अभी भी उपयोगी हैं?
हालांकि दूसरे टी20 में मिली हार के लिए अकेले धोनी को जिम्मेदार ठहराना एक क्रूर फैसला होगा क्योंकि वह जब खेलने उतरे तबतक न्यू जीलैंड की स्थिति मजबूत हो चुकी थी। 67 रन पर भारत के 4 विकेट गिर चुके थे और 65 गेंदों पर 130 रनों की जरूरत थी। टी20 में ताबड़तोड़ बैटिंग होती है लेकिन यह लक्ष्य वास्तव में बड़ा हो चुका था। समस्या यहां आई कि धोनी ने इस लक्ष्य को और कठिन बना दिया। धोनी ने अपने स्टाइल में न्यू जीलैंड के स्पिनर सोढी को छक्का तो मारा लेकिन इसके बाद 17 रन बनाने के लिए 20 गेंदें खेल गए।
वह भी ऐसे समय में जब टीम को बाउंड्री पार वाले शॉट्स की जरूरत थी। ऐसे शॉट्स धोनी के बल्ले से निकले लेकिन तबतक गेम पूरी तरह न्यू जीलैंड के कब्जे में आ चुका था। हालांकि कप्तान विराट कोहली ने अपनी टीम के इस सबसे अनुभवी खिलाड़ी का बचाव करते हुए कहा कि धोनी अपने एंड पर बेहतर थे लेकिन लक्ष्य काफी कठिन था। विराट की बात के इतर जिस तरह से दूसरे टी20 में टीम को हार्दिक पंड्या की असफलता देखने को मिली वैसी स्थिति में एक ऐसे विस्फोटक ‘विकेटकीपर बल्लेबाज’ की जरूरत है जो ताबड़तोड़ खेले।
इस साल के शुरुआत में दिल्ली के ऋषभ पंत एक विकल्प बनकर उभरते दिख रहे थे। हालांकि चयनकर्ताओं ने इनपर भरोसा नहीं दिखाया और ऋषभ का खुद का प्रदर्शन भी ठीक नहीं रहा। विकल्पों की बात करें तो फिलहाल दिनेश कार्तिक, ऋद्धिमान साहा और पार्थिव पटेल तक नजरें जाती हैं। दूसरे टी20 के बाद भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत आगरकर ने कहा कि टी20 के खिलाड़ी के तौर पर धोनी के दिन पूरे हो गए।
धोनी के ऐसे प्रशंसकों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है जो ठीक ऐसा ही सोचते हैं। अगला टी20 वर्ल्ड कप 3 साल बाद 2020 में खेला जाना है। उस समय तक धोनी 39 साल के हो चुके होंगे। अगर 2019 के क्रिकेट वर्ल्ड कप के बाद धोनी इस दिशा में देख रहे हैं तो उन्हें टी20 फॉर्मेट के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करनी होगी, वरना चयनकर्ताओं को ही फैसला करना पड़ सकता है। इसके संकेत भी मिल चुके हैं। कुछ महीनों पहले ही टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा था कि अगर धोनी प्रदर्शन नहीं कर पाते तो विकल्प ढूंढना पड़ेगा। अब लगता है कि अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों के लिए वह घड़ी करीब आ सकती है।
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