किस्सा ओलंपिक का: जब ‘हॉकी के जादूगर’ ने ठुकरा दिया था हिटलर का ऑफर, स्वर्ण जीतने पर तिरंगा न देख रो पड़े थे
|मेजर ध्यानचंद का हॉकी खेल में पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं था। उन्होंने करीब 22 साल तक भारत के लिए हॉकी खेला और इस दौरान 400 से अधिक इंटरनेशनल गोल दागे।
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