कंगाली छिपाने के लिए इन्फ्लुएंसर ने मां की हत्या की:फिर लाश बाथरूम में छोड़कर गर्लफ्रेंड संग लंच पर गया, रिकॉर्डिंग से सुलझी मौत की गुत्थी

ऑस्ट्रेलिया के मशहूर इन्फ्लुएंसर कपल ग्रेसी पिस्कोपा और आंद्रे रेबेलो ने कुछ करीबियों के साथ लंच का प्लान बनाया था। सुबह आंद्रे घर से निकले थे। जब वो काफी देर तक नहीं लौटे तो ग्रेसी उन्हें कॉल करने लगीं, जब कई कॉल्स के बाद भी आंद्रे ने जवाब नहीं दिया तो ग्रेसी ने उन्हें कई मैसेज किए। कुछ देर बाद अचानक आंद्रे घर लौटे और आते ही कहा, चलो लंच पर चलते हैं। उन्होंने न ये बताया कि वो कहां थे और न ही देरी का कारण बताया। कपल लंच पर गए, अच्छा खाना खाया, तस्वीरें क्लिक कीं और खूब हंसी-ठिठोली हुई। कुछ देर बाद ही आंद्रे को छोटे भाई का कॉल आया, उसने रोते-बिलखते कहा कि मां नहीं रहीं। एक बेटे के लिए मां की मौत की खबर झकझोर कर रख देने वाली होती है, लेकिन आंद्रे के चेहरे पर न तो शिकन थी और न ही कोई दुख। दुनिया के सामने एक रईस इन्फ्लुएंसर, परफेक्ट पार्टनर और क्रिप्टो करेंसी ट्रेड एक्सपर्ट बनने का दिखावा करने वाला आंद्रे, दरअसल कुछ और ही था। उसकी रईसी के दिखावे वाली दुनिया की सच्चाई मां के सामने थी, लेकिन जब उन्होंने इस पर सवाल किए तो उनकी मौत हो गई। आज अनसुनी दास्तानें में पढ़िए रईस इन्फ्लुएंसर आंद्रे और उनकी मां के कत्ल की सिलसिलेवार कहानी 3 चैप्टर्स में- जैसा कि ज्यादातर बच्चों का बचपन खुशियों से भरा होता है, वैसा ही बचपन आंद्रे रेबेलो का भी था। वह अपने भाई-बहनों जूलियन, मोनीक और फैबियन के साथ खेलता-कूदता बड़ा हो रहा था। मां कोलीन और पिता के साथ उसका परिवार बहुत खुशहाल था, लेकिन फिर एक दिन सब कुछ बदल गया। उसके माता-पिता का तलाक हो गया। इसके बाद घर की हालत बिगड़ने लगी। जिम्मेदारी सिर्फ मां कोलीन पर आ गई। उन्होंने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए चारों बच्चों की परवरिश अकेले की। न सिर्फ उन्हें पाला-पोसा, बल्कि हमेशा ये चाहा कि उनका भविष्य पहले से बेहतर हो। कोलीन ने रात की शिफ्टों में कैफे में काम किया और दिन में दूसरी नौकरियां कीं। इन सबके बीच मास्टर्स की डिग्री भी पूरी की। इसी बीच उन्हें स्वास्थ्य विभाग में नौकरी मिल गई। उनके चारों बच्चे भी अपने-अपने रास्ते पर चल पड़े थे। सबसे छोटे बेटे फेबियन ने 19 की उम्र में लोकल सुपरमार्केट में काम करना शुरू किया था, जबकि उनकी बेटी मोनीक पैरामेडिक की ट्रेनिंग कर रही थी। सबसे बड़े बेटे जूलियन अपनी नई नौकरी के लिए कहीं और शिफ्ट हो गया। जबकि आंद्रे अपनी इन्फ्लुएंसर पार्टनर ग्रेसी पिस्कोपो और बेटे रोमियो के साथ रहता था। आंद्रे और ग्रेसी की लाइफस्टाइल किसी परियों के कहानी से कम नहीं था। हर दिन सोशल मीडिया पर अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातें शेयर करते थे। उन शानदार इंस्टाग्राम पोस्ट्स और चकाचौंध से भरी लाइफस्टाइल की तस्वीरें देखकर हर कोई, उन्हीं की तरह बनने का ख्वाब देखा करता था। आंद्रे की पार्टनर ग्रेसी कोई आम सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर नहीं थीं। वो सच में टॉप लेवल की इन्फ्लुएंसर थीं। एक मिलियन इंस्टाग्राम फॉलोअर्स, 3 लाख यूट्यूब सब्सक्राइबर्स और ब्रांड डील्स तो जैसे हर हफ्ते उनके पास रहती थीं। प्रोफेशनल मॉडलिंग की वो तस्वीरें जैसे किसी हाई-एंड मैगजीन से ली गई हों। बाहर से देखने पर ऐसा लग रहा था जैसे आंद्रे और ग्रेसी की जिंदगी एकदम परफेक्ट चल रही हो, लेकिन इस चकाचोंध के पीछे अंधेरे से भरी कहानी भी छुपी थी, क्योंकि बाहर से रंगीन दिखने वाली उनकी यह दुनिया अंदर से एकदम खोखली और कर्ज में डूबी हुई थी। सोशल मीडिया पर दिखाई लग्जरी लाइफ उधार की थी। हर तस्वीर, हर वीडियो, हर चमकती चीज सब एक छलावा था। और आंद्रे? वो तो बस अपनी पत्नी ग्रेसी का मैनेजर बनने का नाटक करता, लेकिन पर्दे के पीछे? वो था एक फेक क्रिप्टो करेंसी ट्रेड एक्सपर्ट, जो हर ट्वीट, हर स्टोरी में ये चिल्ला-चिल्ला कर बताता था कि कैसे उसने मार्केट की हर गिरावट को छह अंकों की कमाई में बदला। अब धीरे-धीरे उनका कर्ज हजारों से करोड़ों में पहुंच गया था। मई 2020 तक आंद्रे और ग्रेसी दोनों के बैंक अकाउंट पूरी तरह खाली हो चुके थे। हालत ये थी कि सोशल मीडिया पर उनके परफेक्ट और फिल्टर लगे पोस्ट्स के पीछे छिपी सच्चाई कभी भी उजागर हो सकती थी। आंद्रे की मां कोलीन ये सब कुछ देख रही थीं। उन्हें बच्चों की चिंता भी सता रही थी, क्योंकि वो जानती थीं कि सोशल मीडिया की लाइफ ज्यादा दिन तक नहीं चलने वाली। अब आंद्रे के सामने सबसे बड़ा सवाल था कि वह इस नकली जिंदगी को कैसे बनाए रखे। 25 मई, 2020, सोमवार का दिन था… सब कुछ वैसा ही था जैसा हर दिन होता था। आंद्रे की मां कोलीन, हमेशा की तरह सुबह जल्दी उठीं। नाश्ता किया, तैयार हुईं और फटाफट अपने छोटे बेटे फैबियन को सुबह 10 बजे उसकी नौकरी पर छोड़ने निकलीं। उन्होंने कहा, ‘शिफ्ट के बाद तुम्हें लेने आऊंगी।’ यह उनका रोजाना का फिक्स रूटीन था, लेकिन उस दिन कुछ अजीब हुआ। कोलीन न तो फैबियन को दोपहर 2 बजे तक लेने आईं और न ही उनका फोन उठाया। जो लोग उन्हें जानते थे, वे जानते थे कि कोलीन अपने कामों को लेकर हमेशा कितनी पंक्चुअल थीं। उधर, उस दिन आंद्रे को भी ग्रेसी और उसकी कजिन के साथ लंच पर जाना था, लेकिन वो भी 11:10 से 11:25 के बीच अचानक गायब हो गया। ग्रेसी ने 15 मिनट में करीब 12 बार कॉल किया और कई मैसेजेस भी किए, लेकिन उसने कोई रिप्लाई नहीं दिया। हालांकि फिर दोपहर 2:00 बजे आंद्रे लौटा और कहा कि चलो लंच पर नहीं जाना? वह एकदम नॉर्मल था। उसने अपनी मां को टेक्स्ट किया कि वो उसके बेटे की देखभाल कर लें, लेकिन कोलीन का इस पर भी कोई जवाब नहीं आया। इसी दौरान फैबियन की शिफ्ट खत्म होती है और वह सीधा अपनी बहन मोनिक को कॉल करता है, लेकिन वह भी कोई जवाब नहीं देती। ऐसे में वह धीरे-धीरे समझने लगा कि कुछ तो गलत हुआ है। जैसे ही वह घर पहुंचा तो देखता है कि कोलीन का शव उनके ही बाथरूम में पड़ा है। शावर चालू था और पानी लगातार बह रहा था, लेकिन कोलीन बेजान पड़ी थीं। घर के हर कोने की हालत पूरी तरह साफ-सुथरी थी। कहीं कोई तोड़-फोड़ नहीं थी, न ही जबरदस्ती एंट्री के कोई निशान। यहां तक कि दरवाजे-खिड़कियां सब अंदर से बंद थीं। कोलीन को हाशिमोटो डिजीज (एक ऐसी बीमारी जो शरीर के कई हिस्सों को कमजोर कर सकती है) थी। ऐसे में डॉक्टरों ने बिना जांच-पड़ताल के इस मौत को कार्डियक अरेस्ट या ब्रेन एन्यूरिज्म मान लिया। मामले को खत्म करने की तैयारी हो रही थी, लेकिन तभी कोलीन के बड़े बेटे जूलियन के मन में कई सवाल उठने लगे। जब कोलीन का शव मिला, वह ज्वेलरी पहने हुए थीं और उनके बाल पूरी तरह बांधे हुए थे। बिल्कुल वैसे जैसे कोई शावर लेने के बाद तैयार होता है। तो फिर, वह ज्वेलरी पहने, पूरी तरह तैयार होकर शावर में क्यों थी? क्या यह सच में नेचुरल मौत थी या कुछ और? धीरे-धीरे जूलियन का शक अपने छोटे भाई आंद्रे पर गया। पर बड़ा सवाल यह था कि आखिर क्यों? क्योंकि आंद्रे पहले ही कोलीन का ड्राइविंग लाइसेंस और कागजात ले चुका था। मौत से ठीक दो हफ्ते पहले कोलीन की 1 मिलियन डॉलर से ज्यादा की बीमा पॉलिसी ली गई थी, जो आंद्रे के नाम पर थी। कोलीन की सारी चिट्ठियां अब आंद्रे के घर आने लगी थीं, जबकि असल में कोलीन के बाद जूलियन ही वसीयत का हकदार था। इसी दौरान बीमा कंपनी वालों को आंद्रे पर शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने उसके घर में गुप्त रिकॉर्डिंग डिवाइस लगाए, तो उन्हें ग्रेसी और आंद्रे की बातचीत का सबूत मिला। ग्रेसी पूछती है- तुमने ये सब क्यों किया? आंद्रे का जवाब: मुझे नहीं लगा ये होगा, लेकिन मैं जेल नहीं जाऊंगा। पैसे लेकर देश छोड़ दूंगा। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आंद्रे को फ्रॉड के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस केस का ट्रायल साल 2024 में शुरू हुआ। आंद्रे ने फ्रॉड करना स्वीकार किया, लेकिन अपनी मां की हत्या से इनकार किया। उसने कहा, मैं अपनी मां से बहुत प्यार करता हूं, मैं ऐसा कुछ नहीं कर सकता, लेकिन पुलिस ने कई सबूत पेश किए। जैसे कि मौत के समय आंद्रे का फोन कोलीन के घर के पास पाया गया। साथ ही उसकी गूगल सर्च हिस्ट्री भी पुलिस ने सबूत के तौर पर पेश की। 5 दिसंबर को कोर्ट ने आंद्रे को दोषी करार दिया और उसे 25 साल की सजा सुनाई। —————- यह अनसुनी दास्तानें भी पढ़िए.. फोटोशूट के लिए निकली मॉडल हुई लापता:8 दिन बाद जंगल में दफन मिली सड़ती हुई लाश, मौत से पहले की गई थी जबरदस्ती हॉलीवुड की मशहूर मॉडल लिंडा सोबेक ने मां को कॉल कर कहा कि आज उनका एक फोटोशूट होने वाला है। उन्होंने ये भी कहा कि काम से फुर्सत मिलते ही वो उन्हें दोबारा कॉल करेंगी, लेकिन अफसोस कि ये उनका आखिरी कॉल था। न ही लिंडा ने कभी कॉल किया और न फिर वो कभी लौटकर घर आईं। पूरी खबर पढ़ें..

बॉलीवुड | दैनिक भास्कर

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