एयर पलूशन से लड़ने के लिए इंडियन फैमिली ने बनाया ‘मॉलिक्यूल’
|वायु प्रदूषण विश्व के एक बड़े हिस्से के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है वहीं अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के प्रफेसर योगी गोस्वामी और उनके परिवार ने इसका एक समाधान ‘मॉलिक्यूल’ के रूप में ढूंढ निकाला है। यह विश्व का ऐसा पहला एयर प्योरिफायर है जो हानिकारण प्रदूषकों को पूरी तरह खत्म कर देता है। रोचक बात यह है कि इसने ‘टाइम’ मैगजीन के 2017 के टॉप 25 आविष्कारों की सूची में स्थान बनाया है।
योगी की बेटी और मॉलिक्यूल की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर जया गोस्वामी राव बताती है, ‘HEPA (हाई एफिसिएंसी पार्टिक्युलेट ऑब्जर्बर) फिल्टर एयर फ्योरिफायर के क्षेत्र में स्टैंटर्ड टेक्नॉलजी रहा है। दुर्भाग्यवश कई हानिकारण प्रदूषक इतने छोटे होते हैं कि HEPA उसे फिल्टर नहीं कर पाता। बड़े प्रदूषक जैसे बैक्टिरिया और फफूंद को फिल्टर जमा कर सकता है, लेकिन बाकी फिल्टर की तलहटी में जमा रहते हैं जिसे प्योरिफायर बाद में हवा में छोड़ दिया जाता है। मॉलिक्यूल वास्तव में सबसे छोटे प्रदूषकों को भी नष्ट कर देता है, ये हवा से स्थायी रूप से खत्म कर दिए जाते हैं।’
90 के दशक के मध्य में योगी सोलर एनर्जी में करियर बनाने के लिए अपने गृह शहर दिल्ली से अमेरिका शिफ्ट हो गए थे। योगी के बेटे को बचपन में स्थमा की शिकायत दी। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ फ्लोरिडा में बतौर प्रफेसर कार्यरत योगी ने अब खुद एयर प्योरिफायर से जुड़ी नई टेक्नॉलजी पर शोध कर रहे हैं।
योगी की स्कूली शिक्षा और इंजिनियरिंग दिल्ली से पूरी हुई है। दोनों बच्चों दिलीप और जया का जन्म अमेरिका में हुआ है। भाई-बहनों ने अपने पिता द्वारा विकसित की गई टेक्नॉलजी को कंज्यूमर प्रॉड्क्ट में बदलने के लिए मॉलिक्यूल की स्थापना की। इनके प्योरिफायर में पेटेंट किए गए फोटो इलेक्ट्रोकेमिकल ऑक्सिडेशन टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया गया है।
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