एजुकेशन और हेल्थ में किया क्रांतिकारी काम: अरविंद केजरीवाल
|दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार के डिवेलपमेंट मॉडल में एजुकेशन और हेल्थ सबसे ज्यादा फोकस है और पिछले दो साल में दिल्ली सरकार ने इन दोनों में क्रांतिकारी काम किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प हो रहा है, उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि ये स्कूल दुनिया में मिसाल बनेंगे। केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में कहा कि अगर पूरा देश, केंद्र सरकार और राज्य सरकारें यह ठान लें कि हमें एजुकेशन- हेल्थ में सबसे ज्यादा काम करना है और क्रांतिकारी बदलाव लाने हैं, तो हमारा देश बहुत तेजी से आगे बढ़ेगा और यह विकास का सबसे बेहतर मॉडल होगा।
केजरीवाल ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए उठाए गए दिल्ली सरकार के कदमों का भी जिक्र भी किया और कहा कि आप सरकार प्राइवेट स्कूलों के आचरण को ठीक करके ही रहेगी। केजरीवाल ने डेप्युटी सीएम व एजुकेशन मिनिस्टर मनीष सिसोदिया के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि एजुकेशन मिनिस्टर ने रात-दिन मेहनत करके सरकारी स्कूलों में क्वॉलिटी एजुकेशन सुनिश्चित किया, वहीं प्राइवेट स्कूलों में भी ऐडमिशन से लेकर फी के प्रोसेस को पारदर्शी बनाने में काफी हद तक कामयाबी पाई है। छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में केजरीवाल ने आप सरकार की पिछले दो साल की उपलब्धियों का जिक्र भी किया और भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बताया।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी केवल प्राइवेट स्कूलों या प्राइवेट हॉस्पिटल पर नहीं छोड़ सकती। इसी सोच के साथ आप सरकार ने अपने पहले ही बजट में शिक्षा का बजट दोगुना किया और हेल्थ का बजट भी डेढ़ गुना तक बढ़ा दिया। सीएम केजरीवाल ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि प्राइवेट स्कूलों को फी नहीं बढ़ाने दी गई औऱ इससे पैरंट्स को बहुत फायदा हुआ। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में बैठे लोगों के प्राइवेट स्कूलों के साथ हित जुड़े होते थे और इसी कारण से प्राइवेट स्कूल अपनी मनमानी कर सकते थे।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि नर्सरी ऐडमिशन में अभी डोनेशन के खेल पर 100 पर्सेंट रोक नहीं लगी है और अभी भी कुछ स्कूल नर्सरी ऐडमिशन में गलत तरीके से पैसा लेते हैं, लेकिन बहुत जल्द इस खेल को पूरी तरह से खत्म कर ऐडमिशन प्रोसेस को पारदर्शी बनाया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि कुछ प्राइवेट स्कूल पूरी शिक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार की कोशिश है कि आने वाले समय में लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से निकालकर सरकारी स्कूलों में ऐडमिशन दिलवाएं और इसी सोच के साथ नए बन रहे सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पूल, लिफ्ट जैसी सुविधा भी दी जा रही है। क्वॉलिटी एजुकेशन के लिए टीचर्स को विदेशों में ट्रेनिंग के लिए भेजा जा रहा है। आईआईएम में ट्रेनिंग हो रही है और अब वही टीचर्स व प्रिंसिपल्स हैं, जिन्होंने सरकारी स्कूलों का कायाकल्प करने में अहम भूमिका निभाई है। पहले एक क्लास में 150-200 बच्चे तक होते थे, लेकिन अब 10 हजार नये क्लासरूम बन रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि पहले लोगों को छोटी- छोटी बीमारियों के लिए बड़े अस्पतालों में लाइनों में लगना पड़ता था, लेकिन दिल्ली सरकार ने मोहल्ला क्लिनिक और पॉलीक्लिनिक का जो प्रॉजेक्ट शुरू किया, उससे हेल्थ केयर में चमत्कारी बदलाव हुए और विदेशों औऱ यूएन के एक्सपर्ट भी इस प्रॉजेक्ट को देखने के लिए आए। बहुत जल्द एक हजार मोहल्ला क्लिनिक और 122 पॉलीक्लिनिक बनकर तैयार हो जाएंगे।
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