एक ‘गुमनाम’ प्रशंसक का खुला खत, आमिर खान के नाम, जिसके साथ हम रहना चाहते हैं…
|असहिष्णुता पर अवार्ड लौटाना एकदम सही है… इस पर निरंतर संवाद और अपनी चिंता जाहिर करना भी उतना ही ज़रूरी है, लेकिन देश छोड़ने की बात समझ से परे है, क्योंकि ऐसा करके हम उनका अपमान करते हैं, जिनकी हैसियत विदेश क्या, देश में एक जगह से दूसरी जगह जाकर बसने तक की नहीं है