एंडरसन ने क्रिकेट को अलविदा कहा:टेस्ट में 704 विकेट, सचिन के बाद सबसे ज्यादा मैच खेले; कहा- इंग्लैंड के लिए खेलना बेस्ट जॉब
|41 साल की उम्र में इंग्लैंड के मुख्य तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। 2002 में 20 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत की। टेस्ट में 704 विकेट लिए, वनडे में 269 और टी-20 में 18…टोटल 991 विकेट। 22 साल तक इंग्लैंड की टीम की पेस गेंदबाजी की अगुआई की। आखिरी टेस्ट लॉर्ड्स में खेल रहे थे। मैच जीतने के बाद बालकनी पर आए, ग्राउंड में जमा सैकड़ों फैंस को खुशी का मौका दिया और इसके बाद कहा- इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेलना दुनिया की बेस्ट जॉब है। और फिर अलविदा कह दिया। एंडरसन की क्रिकेट से विदाई का पल… (क्रेडिट- इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड) लॉर्ड्स के ड्रेसिंग रूम में मैच के बाद पूरी टीम मौजूद थी और पूर्व कप्तान नासिर हुसैन भी। हुसैन ने एंडरसन से कहा कि आपने इंग्लैंड के लिए जो कुछ भी किया, वो शानदार था। हर चीज के लिए आपका शुक्रिया। एंडरसन ने वनडे करियर की शुरुआत 2002 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी और आखिरी मैच अफगानिस्तान के खिलाफ 2015 में खेला था। टेस्ट करियर की शुरुआत 2003 में जिम्बाब्वे के खिलाफ की थी और आज वेस्टइंडीज के खिला अपना आखिरी मैच खेला। टी-20 की शुरुआत 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी और साउथ अफ्रीका के खिलाफ आखिरी मैच 2009 में खेला। जेम्स एंडरसन की करियर जर्नी… 1. इंटरनेशनल करियर की पहली बॉल जेम्स एंडरसन ने 15 दिसंबर 2002 को 20 साल की उम्र में पहली बॉल डाली। ये मैच ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में खेला गया था। एंडरसन ने इस मैच में 6 ओवर में 46 रन देकर 1 विकेट लिए थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट को आउट किया था। 2. 2003 में टेस्ट डेब्यू वनडे में डेब्यू के एक साल के बाद एंडरसन ने टेस्ट डेब्यू किया। जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए इस मैच में एंडरसन ने 5 विकेट लिए। यह मैच इंग्लैंड के लॉर्ड्स में खेला गया था। 3. 2007 में टी-20 डेब्यू एंडरसन ने टी-20 की शुरुआत 2007 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी। ये मैच ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में खेला गया था। इस मैच में एंडरसन ने 1 विकेट लिया था। उन्होंने मैथ्यू हेडन को आउट किया था। जेम्स एंडरसन के अंतिम मैच के यादगार पल… 1. एंडरसन ने टीम को लीड किया जेम्स एंडरसन को बेन स्टोक्स ने मैच शुरू होने से पहले टीम लीड करने को कहा। यहां वो इमोशनल नजर आए। इस समय जेम्स की उपलब्धियों के बारे में बताया जा रहा था। 2. एंडरसन कि बेटियों ने बेल रिंग कर मैच शुरू किया मैच स्टार्ट होने से पहले एंडरसन की दोनों बेटी लोला और रूबी एंडरसन ने लॉर्ड्स की ऐतिहासिक बेल को बजाकर मैच की शुरुआत की। इस समय स्टेडियम में एंडरसन की पत्नी डैनिएला और पैरेंट्स माइकल एंडरसन और कैथरीन एंडरसन मौजूद थे। 3. आखिरी मैच पर बॉलिंग में धार पहले जैसी जेम्स एंडरसन का ये वो शानदार एक्शन हैं। जिसे हर बॉलर अपनाना चाहता है। स्विंग के मामले में एंडरसन दुनिया के सबसे बड़े बॉलर हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच की दोनों पारी में उन्होंने 26.4 ओवर की गेंदबाजी की और 58 रन देकर 4 विकेट निकाले। 4. जेम्स एंडरसन को गार्ड ऑफ ऑनर इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के मैच के तीसरे दिन मैदान में जाने से पहले जेम्स एंडरसन को दोनों टीम द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 5. लॉर्ड्स पर पहली बॉल, वहीं पर आखिरी टेस्ट क्रिकेट की पहली बॉल जेम्स एंडरसन ने लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर डाली थी और आज उन्होंने अपने करियर की आखिरी बॉल यही डाली। एंडरसन मैदान से बाहर जाते समय भावुक नजर आए। जेम्स एंडरसन का करियर… टेस्ट में 40 हजार बॉल डालने वाले पहले तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन टेस्ट में तेज गेंदबाजों के मामले में 40 हजार बॉल फेकने वाले पहले तेज गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने 178 मैचों में यह कारनामा हासिल किया। दूसरे नंबर पर उनके साथी स्टुअर्ट ब्रॉड हैं उन्होंने 167 टेस्ट मैच में 33 हजार 698 बॉल फेकीं हैं। टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तीसरे बॉलर मैच से पहले रिटायरमेंट इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन 10 जुलाई से 14 जुलाई के बीच लंदन के लॉर्ड्स में अपने टेस्ट करियर का आखिरी मैच खेला। उन्होंने अपने आखिरी इंटरनेशनल क्रिकेट मैच से दो दिन पहले सोमवार (8 जुलाई) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, ‘पिछले कुछ दिनों से मेरी ट्रेनिंग अच्छी चल रही है। मैं खेल के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा हूं। मेरे लिए बड़ी बात होगी कि अच्छी गेंदबाजी करूं और टीम को मैच जिताऊं। मेरा पूरा ध्यान इसी पर लगा है। मुझे विश्वास है कि मैच के बाद भावनाएं बदलेंगी। तो मेरा ध्यान खुद को रोने से रोकने पर रहेगा।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं अभी भी पहले की तरह ही फिट महसूस कर रहा हूं, जैसे कि मैं पहले की तरह ही अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं। मुझे अभी भी लगता है कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं। लेकिन साथ ही मैं समझता हूं कि इसे किसी न किसी दिन ये खत्म होना ही है। अब यह ऐसी चीज है जिसे स्वीकार करना होगा।’