आरुषि केस: नौकर ने कहा, गुनाह कबूलने का दबाव था

गाजियाबाद

आरुषि तलवार केस में नया मोड़ आ गया है, जो कि एक नया विवाद खड़ा कर सकता है। राजेश तलवार के सहयोगी कृष्णा ने आरोप लगाया है कि सीबीआई के एक उच्च अफसर ने उस पर जुर्म कबूल करने का दबाव डाला था।

घंटेभर का एक विडियो सोशल मीडिया पर वाइरल हो रहा है, जिसमें राजेश तलवार का असिस्टेंट कृष्णा से सीबीआई जॉइंट डायरेक्टर अरुण कुमार की बातचीत दिखाई है। इस बातचीत में वह कहते दिख रहे हैं, गुनाह कबूल कर लो, सजा कम करवा देंगे। चूंकि यह सबूत सुप्रीम कोर्ट में मान्य नहीं होते, इसलिए कोर्ट में इसके हवाले से कुछ साबित नहीं किया जा सका था।

विडियो में कृष्णा डॉक्टर से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मैं क्यों भागूं? मैंने कोई अपराध नहीं किया है। मैंने तभी यह बात कही थी, जब उन लोगों ने मुझसे अपराध कबूल करने का दबाव डाला था।

डॉक्टर जब कृष्णा से पूछते हैं कि किसने तुमसे कहा कि आरोप अपने ऊपर ले लो? तो कृष्णा कहता है, आईजी साहब। डॉक्टर इस बात को दोहराते हैं तो कृष्णा फिर वही जवाब देता है – आईजी कुमार साहब ने मुझपर इल्जाम स्वीकार कर लेने की बात कही थी। कृष्णा इसमें यह भी कहा कि यह बात कोई आईजी साहब से मत कहिएगा।

1985 बैच के आईपीएस ऑफिसर जॉइंट डायरेक्टर अरुण कुमार सीबीआई की पहली टीम में थे। इस टीम ने आरुषि के मर्डर में कृष्णा, राजकुमार और विजय मंडल का हाथ होने की बात कही थी। सीबीआई डायरेक्टर अश्वनी कुमार ने इसे खारिज कर दिया था।

मामले पर जब आईजी कुमार पर बात की गई तो उन्होंने विडियो के विश्वस्त सूत्र न होने की बात कही। कुमार ने कहा कि हो सकता है कि विडियो में छेड़छाड़ की गई हो, इसलिए मैं इस पर कोई कॉमेंट नहीं कर सकता। कुमार ने कहा कि विडियो विश्वसनीय सोर्स के हवाले से होना चाहिए, जो कि नहीं है। असली सीडी लैब या सीबीआई में है, जिसमें इस तरह के कोई आरोप नहीं थे।

तत्कालीन विशेष न्यायाधीश श्यामलाल ने करीब एक साल तक बचाव पक्ष तथा अभियोजन पक्ष की दलीलों पर गौर करने के बाद 210 पृष्ठों के विस्तृत आदेश में डॉक्टर दंपति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

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