आम आदमी पार्टी के विधायक राजेश ऋषि ने भी दिखाए बागी तेवर
|आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक वेद प्रकाश के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थामने के बाद एक अन्य पार्टी विधायक जनकपुरी से राजेश ऋषि ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नसीहत देने वाला एक ट्वीट कर सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी। हालांकि देर शाम उन्होंने अपना ट्वीट हटा लिया।
ऋषि ने केजरीवाल का नाम लिए बिना अपने एक ट्वीट में लिखा‘जिस राजा में घमंड होता है वह राजा अपने राज्य को खुद ही डुबो देता है।’ यह ट्वीट उन्होंने आप नेता कुमार विश्वास को भी टैग किया था। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विंजेंद्र गुप्ता ने इस ट्वीट के जरिए आप में बगावत तेज होने की बहस को हवा दे दी। इसके बाद ही ऋषि ने यह ट्वीट हटा लिया।
गौरतलब है कि 29 अप्रैल को भी आप नेतृत्व पर परोक्ष तौर से तंज कसते हुए एक अन्य ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने लिखा कि ‘आज जिन पार्टी नेताओं को चाटुकार पसंद हैं वे सावधान, इन्हीं चाटुकारों ने कांग्रेस को डुबोया अब और पार्टियों की बारी है।’ इस बीच वेद प्रकाश ने विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
गुप्ता के साथ मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि गोयल ने उन्हें विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में बुलाकर इस्तीफा वापस लेने का परोक्ष दबाव बनाया। उन्होंने कहा कि गोयल ने इस्तीफा देने के तीन दिन बाद भी इसे स्वीकार नहीं किया है। इसे नियम विरुद्ध बताते हुए गुप्ता ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के नियम 255 के तहत विधानसभा अध्यक्ष किसी विधायक का इस्तीफा मिलने के तत्काल बाद इसे स्वीकार करने को बाध्य है।
विधानसभा अध्यक्ष सिर्फ इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि विधायक ने किसी दबाव या प्रलोभन में इस्तीफा तो नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि विधायक का इस्तीफा स्वीकार न करना भी मानसिक प्रताड़ना का पुख्ता आधार है। इस बीच राजेश ऋषि के ट्वीट और वेद प्रकाश के आरोपों के बारे में आप की तरफ से कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई। पार्टी नेतृत्व पहले ही बीजेपी और कांग्रेस पर आप विधायकों को तोड़कर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरेाप लगा चुका है।
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