आप सरकार अपने ‘कर्मों’ से ही गिर जाएगी: कांग्रेस
|प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि दिल्ली की आप सरकार राजधानी में कोई काम नही कर रही है, इसके बावजूद वह राष्ट्रपति से इस सरकार को बर्खास्त करने की कोई मांग नहीं करेंगे। पार्टी का कहना है कि सरकार के जो ‘कर्म’ हैं, उससे दिल्ली के लोग इस सरकार को खुद ही गिरा देंगे। दूसरी ओर बीजेपी का कहना है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण पर रोज नया बयान देने के बजाय ठोस कार्य करे और दूसरों पर आरोप न लगाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि दिल्ली सरकार ने बदरपुर बिजलीधर बंद करने का आदेश जारी किया है, जबकि वहां से 150 से 300 मेगावॉट बिजली बन रही है। जबकि बवाना के गैस चालित बिजलीघर की क्षमता 1370 मेगावॉट है, लेकिन गैस के अभाव में वहां मात्र 250 मेगावॉट बिजली ही बन रही है, लेकिन यह सरकार केंद्र सरकार से गैस की मांग करने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप में उलझी है, जबकि बवाना प्लांट प्रदूषण रहित है। हाल यह है कि पता नहीं ‘किन कारणों’ से दिल्ली मेट्रो का काम भी धीमा हो गया है और डीटीसी बसों की संख्या भी 5445 से घटकर 4461 रह गई है, जिससे पैंसेंजरों की संख्या करीब 3.68 लाख घट गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार का कार्यकाल दिल्लीवालों के लिए सबसे दुखभरा है, उसके बावजूद पार्टी राष्ट्रपति से इस सरकार को बर्खास्त करने की मांग नहीं करेगी। उसका कारण यह हे कि इस सरकार को उसके ‘कर्मों’ के चलते दिल्ली के लोग गिरा देंगे।
दूसरी ओर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रदूषण पर रोज नया बयान देने की बजाय कोई ठोस कार्य करें। कल तक वह हरियाणा और पंजाब में खेतों में पराली जलाये जाने को दोषी ठहरा रहे थे और अब वह प्रदूषण के लिए एनसीआर में ईंट भट्टों को दोषी बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि दिल्ली सरकार गंभीरता से प्रदूषण के कारणों एवं बचाव पर काम करे। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को राजनीतिक प्रदूषण फैलाने से फुर्सत मिले तो वह पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के रास्ते ढूंढे। रविवार शाम जब दिल्ली अपने जीवन के सर्वाधिक प्रदूषित दिन को झेल रही थी उस वक्त भी मुख्यमंत्री जेएनयू के धरने-प्रदर्शन में व्यस्त थे।
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