आगराः मुस्लिमों ने तिरंगा यात्रा निकालने का किया प्रयास, जिला प्रशासन ने रोका

आगरा
उत्तर प्रदेश के आगरा में सैकड़ों मुस्लिमों ने एक साथ एकत्र होकर तिरंगा यात्रा निकालने का प्रयास किया। तिरंगा यात्रा में मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार खत्म करने की मांग को लेकर निकाली जानी थी। हालांकि जिला प्रशासन से अनुमति न होने पर तिरंगा यात्रा पर रोक लगा दी गई। शहीद स्मारक से सामाजिक कार्यकर्ता शबाना खंडेलवाल के नेतृत्व में एकत्र हुए मुस्लिमों ने हिंदू राष्ट्र और वंदे मातरम के नाम पर हो रहे अत्याचार बंद करने की मांग की गई।

तिरंगा यात्रा निकालने के लिए एकत्र हुए मुस्लिमों को शहीद स्मारक पर ही रोक दिया गया। जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना था कि तिरंगा यात्रा निकालने के लिए जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई इसलिए उन्हें रोक दिया गया। तिरंगा यात्रा की रोक के बाद शहीद स्मारक पर ही जमकर नारेबाजी की गई। के मना करने के बावजूद हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए।

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नारे लगाकर मांग की गई कि जो लोग मुस्लिमों को बता रहे हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। तिरंगा यात्रा में शामिल लोगों ने कहा कि जिन लोगों ने ‘मुस्लिम के दो स्थान पाकिस्तान या कब्रिस्तान’ नारे लगाए उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।

शबाना ने कहा कि में हिंदुओं से कम देशभक्ति नहीं है। वे राष्ट्र के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। समाज में मुस्लिमों के खिलाफ गलत संदेश फैलाया जा रहा है कि वे तिरंगा यात्रा के विरोधी हैं।

उन्होंने कहा कि का मकसद यही था कि लोगों तक मुस्लिमों के खिलाफ पहुंचाए संदेश को गलत साबित किया जा सके। मुस्लिमों ने तिरंगा यात्रा निकालकर संदेश देना चाहते हैं कि उन्हें भी तिरंगे से प्यार है और वह इसके लिए कुछ भी कर सकते हैं।

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शबाना ने कहा कि मुस्लिमों के साथ कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। वे डर के वातावरण में जी रहे हैं उन्हें सुरक्षा दी जाए। कहा कि उन लोगों की मांग है कि सरकार मस्जिद और को भी सुरक्षा मुहैया कराए।

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तिरंगा यात्रा में शामिल होने आए आगरा शहर मुफ्ती मुद्दस्सर खान ने कहा कि देश के स्वतंत्रता में मुस्लिमों ने भी बलिदान दिया। वे भी स्वतंत्रता के खातिर बराबरी से संघर्ष में शामिल रहे। उन्हें भी देश में समान अधिकार है। उन्होंने कहा कि सिर्फ मुस्लिमों से दुश्मनी के चलते उन्हें गोकशी और जैसे फर्जी मामलों में न फंसाया जाए। इन अत्याचार का अब अंत होना चाहिए।

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