अल्लू अर्जुन के घर पर अटैक करने वालों को जमानत:दावा- एक आरोपी CM रेवंत रेड्डी का करीबी; हमला करने वाले उस्मानिया यूनिवर्सिटी के छात्र
|एक्टर अल्लू अर्जुन के हैदराबाद स्थित घर के बाहर रविवार को उस्मानिया यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने तोड़फोड़ की थी। इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों की गिरफ्तारी की थी। सोमवार सुबह मामले से जुड़े 6 आरोपियों को जमानत मिल गई है। DCP के मुताबिक, अल्लू अर्जुन के घर पर तोड़फोड़ करने वाले 8 आरोपियों में से 6 लोगों को आज सुबह हैदराबाद के कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें बेल मिल गई। कोर्ट ने आरोपियों से 10-10 हजार रुपए जमा करने के लिए कहा है। वहीं, इस पूरे मामले पर भारत राष्ट्र समिति (BRS) नेता कृषांक ने दावा किया कि अल्लू अर्जुन के घर पर हमले के मामले में जमानत पाने वाले छह आरोपियों में से एक तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का सहयोगी था। हालांकि, अब तक न तो रेवंत रेड्डी और न ही किसी कांग्रेस नेता ने इस आरोप पर कोई प्रतिक्रिया दी है। BRS नेता कृषांक ने रविवार को ट्वीट किया और आरोपी की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें से एक में वह मुख्यमंत्री के साथ पोज देते हुए दिखाई दे रहा था। उन्होंने कहा, “ओयूजेएसी ने 2009 में महान तेलंगाना आंदोलन शुरू किया था। हिंसा और ब्लैकमेल के लिए इसका इस्तेमाल करना गलत है। अल्लू अर्जुन के आवास पर हमला करने वाले रेड्डी श्रीनिवास उस्मानिया विश्वविद्यालय का छात्र नेता नहीं हैं। वह रेवंत के करीबी और 2019 जेडपीटीसी चुनाव में कोडंगल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। क्या है पूरा मामला ये लोग एक्टर के घर में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे। जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने घर के बाहर रखे गमले तोड़ दिए थे। मीडिया रिपोर्ट्स में अल्लू अर्जुन के घर टमाटर फेंके जाने की बात भी कही गई है। स्टूडेंट्स ने पुष्पा-2 के प्रीमियर के दौरान संध्या थिएटर में मची भगदड़ में मारी गई महिला के परिवार को 1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग की। इस घटना के कुछ समय पहले ही अल्लू अर्जुन ने पोस्ट किया था- मैं अपने सभी फैंस से अपील करता हूं कि वे हमेशा की तरह जिम्मेदारी से अपनी भावनाएं व्यक्त करें। ऑनलाइन और ऑफलाइन किसी भी प्रकार की अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल न करें, ना ही किसी से गलत व्यवहार करें। एक्टर पहले ही मृतक रेवती के परिवार को 25 लाख रुपए देने की बात कह चुके हैं। साथ ही घायलों का इलाज भी अपने खर्च पर करा रहे हैं। अल्लू अर्जुन के घर के बाहर हमले की तस्वीरें… अल्लू अर्जुन पर गैर इरादतन हत्या का केस, जेल भी गए थे हैदराबाद में 4 दिसंबर को फिल्म पुष्पा-2 की स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मचने से एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस मामले में पुलिस ने एक्टर अल्लू अर्जुन, थिएटर और सिक्योरिटी एजेंसी पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया था। मृतक के परिवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 105 (गैर-इरादतन हत्या) और 118(1) (जानबूझकर चोट पहुंचाना) के तहत अल्लू अर्जुन, उनकी सिक्योरिटी टीम और थिएटर मैनेजमेंट के खिलाफ चिक्काडपल्ली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया था। अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को दोपहर 12 बजे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद 4 बजे उन्हें लोकल कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया था। अल्लू ने अंतरिम जमानत के लिए तेलंगाना हाईकोर्ट में अपील की थी। शाम 5 बजे उन्हें 50 हजार रुपए के पर्सनल बॉन्ड पर अंतरिम जमानत मिल गई थी। इसी दौरान अल्लू को चंचलगुडा सेंट्रल जेल ले जाया गया था। वहां उन्हें क्लास-1 बैरक में रखा गया था। इसके बाद अल्लू को 14 दिसंबर की सुबह करीब 6.30 बजे चंचलगुडा सेंट्रल जेल से रिहा किया गया। उनके पिता अल्लू अरविंद और ससुर कंचरला चंद्रशेखर रेड्डी उन्हें लेने जेल पहुंचे थे। तेलंगाना सीएम ने हादसे के लिए अल्लू अर्जुन को जिम्मेदार ठहराया था तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शनिवार को विधानसभा में कहा था- अल्लू अर्जुन लापरवाह थे और मौत की सूचना मिलने के बावजूद थिएटर से बाहर नहीं निकले और रोड शो किया। हादसे में जान गंवाने वाली महिला रेवती ने अपने बेटे श्रीतेज का हाथ इतनी मजबूती से पकड़ा था कि पुलिस उन्हें अलग नहीं कर पाई। पीड़ित परिवार हर माह 30 हजार रुपए कमाता है, लेकिन हर टिकट पर ₹3000 खर्च करता है, सिर्फ इसलिए क्योंकि बेटा अल्लू अर्जुन का फैन है। जब तक मैं मुख्यमंत्री हूं, राज्य में कोई भी बेनिफिट शो या टिकट की कीमतों में इजाफे की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं, AIMIM विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने भी कहा था- जब अल्लू अर्जुन को भगदड़ और महिला की मौत के बारे में जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा था अब फिल्म हिट होगी। अल्लू अर्जुन ने बिना नाम लिए जवाब दिया- मेरा चरित्र हनन किया जा रहा अल्लू अर्जुन ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- पुष्पा 2 के प्रीमियर में हैदराबाद में हुई भगदड़ के लिए मुझे जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। कुछ लोग जानबूझकर मेरा चरित्र हनन कर रहे हैं। मैं 20 साल से इंडस्ट्री में हूं। मैंने जो सम्मान और विश्वसनीयता कमाई है, उसे एक दिन में नुकसान पहुंचाया गया है। इस वजह से मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं। मुझे हर घंटे हादसे में मारी गई महिला के घायल बच्चे की तबीयत के बारे में जानकारी मिल रही है। वह धीरे-धीरे ठीक हो रहा है, और यही सबसे अच्छी खबर है। अल्लू अर्जुन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी नेता का नाम लिए बिना जवाब दिया कि मेरा मकसद दर्शकों को अच्छा मनोरंजन देना है, जिससे वह खुश होकर थिएटर से बाहर आएं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मैं किसी को दोष देने या किसी राजनीतिक पार्टी पर आरोप लगाने के लिए नहीं आया हूं, बल्कि यह बताने आया हूं कि इस मामले में बहुत सारी गलत जानकारी, गलत आरोप और अफवाह फैलाई जा रही हैं। मैंने इस फिल्म (पुष्पा-2) में तीन साल लगाए और उसे देखने गया था, यह मेरी सबसे बड़ी सीख है। मुझे अपनी फिल्मों को थिएटर में देखना बहुत जरूरी लगता है, जिससे मैं आने वाली फिल्मों के लिए कुछ सीख सकूं। मैंने वहां अपनी 7 फिल्मों को देखा है। यह कोई रोड शो या जुलूस नहीं था, बस लोग बाहर खड़े थे। मैंने हाथ हिलाया क्योंकि यह सम्मान दिखाने का तरीका था। सबको पता है कि जब फैंस आपको देख लेते हैं, तो वे शांत हो जाते हैं और धीरे-धीरे चले जाते हैं। उन्होंने रास्ता साफ किया और मेरी कार अंदर आई, फिर मैं थिएटर में गया। मुझे बताया गया कि वहां भीड़ बहुत बढ़ गई थी और मुझे वहां से निकलने को कहा गया। मैंने तुरंत ऐसा किया। कोई अधिकारी मुझसे नहीं मिला और कुछ नहीं बताया। सुबह मुझे पता चला कि महिला की मौत हो गई, और यह बहुत दुखद था। मेरे इरादे अच्छे थे। मैंने अपने दो बच्चों को घर पर छोड़ा, जो उसी उम्र के हैं, जो बच्चा घायल है। मैं घायल बच्चे से मिलने नहीं जा सका, क्योंकि मेरे खिलाफ एक केस दर्ज हो चुका था। मैं उसे देखना चाहता था, इसलिए मैंने एक वीडियो संदेश छोड़ा। मैंने अपने पिता और निर्देशक सुकुमार से कहा कि वे बच्चे की हालत देखकर मुझे बताएं। यह समय है जब मुझे खुश होना चाहिए और जश्न मनाना चाहिए, लेकिन इन 15 दिनों में मैं कहीं भी नहीं जा सका। कानूनी कारणों से, मैं बंधा हुआ हूं और कहीं नहीं जा सकता।