अंडर-19 में अर्जुन के सिलेक्शन पर बोले सचिन, उसके जीवन का खास पड़ाव
|श्री लंका दौरे के लिए आज टीम इंडिया की अंडर-19 टीम का ऐलान हुआ, तो दुनिया के महान क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर के बेटे अर्जुन तेंडुलकर के लिए यह लम्हा खास बन गया। अर्जुन को पहली बार टीम इंडिया की अंडर- 19 टीम में जगह मिली है। जूनियर तेंडुलकर के इस चयन के बाद भारतीय टीम के खिलाड़ियों की सूची में अब एक बार फिर ‘तेंडुलकर’ उपनाम शामिल हो जाएगा। अर्जुन की इस पहली बड़ी कामयाबी के बाद अर्जुन के पिता तेंडुलकर ने कहा, कि यह उसके (अर्जुन) जीवन का खास पड़ाव है।
जूनियर तेंडुलकर के चयन के बाद उनके पिता सचिन तेंडुलकर ने अपने खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘हमें खुशी है कि अर्जुन को अंडर- 19 टीम में जगह मिली है। उसके क्रिकेट करियर में यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। अंजली (तेंडुलकर) और मैं हमेशा अर्जुन की पसंद का सपॉर्ट करते हैं और उसकी कामयाबी की दुआ करते हैं।’
बता दें, 18 वर्षीय अर्जुन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं और निचले मध्यक्रम में उपयोगी बल्लेबाज भी हैं। उनकी लंबाई छह फीट एक इंच है। बेंगलुरु में गुरुवार को भारत अंडर -19 की दो टीमें घोषित की गईँ जिनकी अगुवाई अनुज रावत और आर्यन जुयाल करेंगे। यह चयन बैठक दिलचस्प बन गयी क्योंकि आशीष कपूर , ज्ञानेंद्र पांडे और राकेश पारिख की तीन सदस्यीय चयन समिति ने जूनियर तेंडुलकर को लंबे प्रारूप के लिए चुना।
अर्जुन के नाम कूच बिहार ट्रोफी (राष्ट्रीय अंडर -19) के पांच मैचों में 18 विकेट हैं और वह सत्र में विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों की सूची में 43 वें स्थान पर हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश के खिलाफ पांच विकेट (95 रन देकर पांच विकेट) चटकाए थे। दिलचस्प बात है कि हिमाचल प्रदेश के आयुष जामवाल (50 विकेट) को किसी भी टीम में जगह नहीं दी गई है क्योंकि अब उनकी उम्र अधिक हो गई है।
बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बीसीसीआई और कोच राहुल द्रविड़ के स्पष्ट दिशानिर्देश हैं कि जो खिलाड़ी इस साल 19 साल की उम्र को पार कर जायेंगे उन्हें टीम में नहीं चुना जाना चाहिए, भले ही उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया हो। राहुल के अनुसार इन खिलाड़ियों को रणजी ट्रोफी मैच खेलने दीजिए। इसलिए काफी लड़के जो अर्जुन से आगे थे, वे डिस्क्वॉलिफाइ हो गए।’
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