आसमान छूती महंगाई पर काबू पाने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने नीतिगत दरें बढ़ाने के रूप में आक्रामक रुख अख्तियार किया है। हालांकि, सख्ती से वैश्विक
देश की कुल अर्थव्यवस्था यानी सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 55 प्रतिशत हिस्सा संगठित क्षेत्र का माना जाता है, जबकि असंगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी करीब 45 प्रतिशत है।