प्रत्यक्ष कर संग्रह के आंकड़े अर्थव्यवस्था में उछाल और व्यक्तियों तथा कॉरपोरेट की आय में वृद्धि को दर्शाते हैं। सीबीडीटी का कहना है कि वित्त वर्ष 2023-24 में कुल