डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन से नेट रिफंड को हटा दें तो ये 15.60 लाख करोड़ रुपये हैं, जो कि पिछले साल के नेट कलेक्शन से 20.25 प्रतिशत ज्यादा है।