पांचवीं गणना में देश में कुल 2.17 करोड़ लघु सिंचाई योजनाएं दर्ज की गई थीं। लघु सिंचाई योजनाओं में उत्तर प्रदेश सबसे आगे हैं जबकि महाराष्ट्र मध्य प्रदेश