एक गरीब मुल्क से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना कोई साधारण उपलब्धि नहीं है। सत्य, अहिंसा और संयम का मार्ग ही भारत को और पूरी दुनिया को भविष्य