Tag: रिव्यू

Ujda Chaman Movie Review: रिलीज़ से पहले जानिए कैसी है सनी सिंह की उजड़ा चमन, पढ़ें पूरा रिव्यू

Ujda Chaman Review सारे एक्टर्स होने के बावजूद जो दृश्य बने हैं वे बनावटी साबित होते हैं। पूरी फिल्म में सनी सिंह निर्देशकीय कुशलता के अभाव में अपना
Read More

War Movie Review Live By Audience: ऋतिक रोशन का हैलीकॉप्टर पर एक्शन सीन फैंस को लगा जबरदस्त, पढ़ें रिव्यू

War Movie Review Live By Audience ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ की फिल्म वॉर गांधी जयंती के मौके पर रिलीज हो रही है। इस फिल्म को देखने के
Read More

Chhichhore Movie Review: कॉलेज की सुनहरी यादों में ले जाती है छिछोरे, मिले 4 स्टार, पढ़ें पूरा रिव्यू

Chhichhore Movie Review दंगल जैसी सफल फ़िल्म देने वाले नितेश तिवारी एक बार फिर 100% सफल रहे हैं। उन्होंने साबित कर दिया सही मायने में कहानी से बड़ा
Read More

फिल्म रिव्यू: किस दौर का है यह अफसाना? एक हसीना थी, एक दीवाना था (डेढ़ स्टार)

शिव की परवरिश मुंबई के अंग्रेजीदां माहौल की है। लिहाजा देवधर के अवतार में वे जब शायरी करते हैं तो लगता नहीं कि उन्होंने अल्फाजों व जज्बातों को
Read More

सरकार 67 हजार बाबुओं के रिकॉर्ड कर रही रिव्यू, 129 को एक साल में निकाला

नई दिल्ली केंद्र सरकार 67 हजार से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारियों के सर्विस रिकॉर्ड्स रिव्यू करने वाली है। इस लिस्ट में आईएएस और आईपीएस अफसर भी शामिल होंगे। सर्विस
Read More

फिल्म रिव्यू: खंडित शख्सियत का खेल ‘मिरर गेम्स- अब खेल शुरू’

जय के दिमाग में क्‍या चल रहा है उसका भी समुचित चित्रण नहीं हुआ है। कहानी न्यूजर्सी में सेट है। कुछ विदेशी कलाकार इसका अहम हिस्‍सा हैं। Jagran
Read More

फिल्म रिव्यू: सचिन सचिन सचिन: अ बिलियन ड्रीम्स (साढ़े तीन स्टार)

भारत रत्न से सम्मानित कद्दावर व्यक्तित्व के इस खिलाड़ी के प्रति फिल्म न्यात नहीं करती। सचिन के जीवन पर एक बड़ी फिल्म तो बननी ही चाहिए। Jagran Hindi
Read More

फिल्म रिव्यू: रिश्तों के भावार्थ ‘मुक्ति भवन’

यह फिल्म परिवार के नाजुक क्षणों में संबंधों को नए रूप में परिभाषित करती है। परिवार के सदस्य एक-दूसरे के करीब आते हैं। रिश्तों के भावार्थ बदल जाते
Read More

फ़िल्म रिव्यू: ‘आत्मा’ विहीन कृत्रिम शरीर ‘घोस्ट इन द शेल’

फ़िल्म का प्लॉट पेचीदा और उलझा हुआ है। कहानी भागती और बिखरी हुई है, जो दर्शक को बांधकर नहीं रख पाती। संवाद बेतरतीब और दार्शनिक भाव लिए हुए
Read More

फिल्म रिव्यू: ‘मर्दों’ की मनमर्जी की उड़े धज्जी ‘अनारकली ऑफ आरा’ (चार स्टार)

आज की फिल्मों में ठेठ हिंदी बेल्ट गायब रहती है। उसकी फील यहां जर्रे-जर्रे में है। वह किरदारों की भाषा, व्यहवहार और परिवेश में बिना किसी अपराधबोध के
Read More