एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018-19 में इसके तहत सिर्फ 120 शादियां ही हो पायी थी। जबकि चालू वित्तीय वर्ष 2019-20 में अब तक करीब 60 विवाह हुए