ज्योतिषपीठ एवं द्वारका शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का कहना है कि श्री श्री रविशंकर का आर्ट ऑफ लिविंग सिर्फ दिखावा है। मनुष्य का जीवन बनावटी नहीं