दरअसल, गृहराज्य होने के कारण नीतू चंद्रा और उनके भाई नितिन ने बिहार के सिस्टम, सरकार, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी को अपनी आंखों से देखा है, इसलिए पहली ही