इस अहम रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट (आईएस) का मकसद खुद को अफगानिस्तान में ‘मुख्य प्रतिवादी ताकत’ के रूप में स्थापित करने