राजधानी, शताब्दी जैसी ट्रेनों में खाने को वैकल्पिक किया जाएगा तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए एक बार फिर से यात्रियों को कुल्हड़ में चाय पीने के लिए प्रेरित