शीर्ष अदालत राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के एक आदेश के खिलाफ अर्थशास्त्री पेंटापति पुल्लाराव द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। जिसमें एनजीटी ने पुल्लाराव को अपनी
सुप्रीम कोर्ट के वकील अशोक अरोड़ा ने कहा मूनलाइटिंग पेशेगत कदाचार तो है ही लेकिन टेक्नोलाजी और सीक्रेट शेयर करने पर आपराधिक कृत्य भी होगा। प्रशासनिक तौर पर
डीजीसीए द्वारा हवाई अड्डों के लिए सुरक्षा ऑडिटिंग शुरू करने के बाद ऑडिट रिपोर्ट में पाया गया था कि एनएससीबीआईए ने गंभीर सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन किया है