वॉशिंगटन साल 2015 के आखिरी महीनों में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अफ्रीकी-अमेरिकी कार्ड खेलकर पैरिस समझौते के लिए राजी