शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई 11 दिसंबर (सोमवार) की सूची के अनुसार प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ
अटार्नी जनरल ने कहा कि संविधान सभा की सिफारिश राष्ट्रपति पर बाध्यकारी नहीं है वह सिर्फ सिफारिश है। लेकिन पीठ ने कहा कि संवैधानिक प्राविधान में उस सिफारिश
अमित शाह ने कहा कि कश्मीर कई संस्कृतियों से बना है और भारत माता का मुकुट है। इसमें इस्लाम बौद्ध धर्म शंकराचार्य की शिक्षाएं और सूफीवाद है। प्रधानमंत्री
यह अनुच्छेद कैथोलिक समुदाय के विवाह और तलाक संबंधी मामलों से निपटने के लिए चर्च ट्रिब्यूनलों को कानूनी मान्यता देता था। Jagran Hindi News – news:national