RECALL: कनाडा की चूक ने ले ली थी 300 से ज्यादा लोगों की जान
|(प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को आयरलैंड के दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान वे आहकिस्ता में कनिष्क विमान हादसे के मेमोरियल में भी जाएंगे। इस मौके पर Dainikbhaskar.com कनिष्क विमान हादसे के बारे में बता रहा है।) इंटरनेशनल डेस्क। कनिष्क विमान हादसे को 30 साल पूरे हो गए, लेकिन इसके जख्म आज भी हरे हैं। इस विमान हादसे की वजह आतंकी हमला था। इसे इतिहास के बड़े विमान हादसों में एक माना जाता है। यह विमान 23 जून, 1985 को बम ब्लास्ट का शिकार हुआ था। कहा जाता है कि 1984 में स्वर्ण मंदिर से आतंकियों को निकालने के लिए हुई सैन्य कार्रवाई (ऑपरेशन ब्लू स्टार) के विरोध में सिख उग्रवादियों ने यह हमला किया था। इस हमले को न रोक पाने के लिए कनाडा सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया गया था। कैसे और कब हुआ था हादसा एअर इंडिया की फ्लाइट 182 ने 22 जून को कनाडा के मॉन्ट्रियल एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी। दूसरे दिन आयरिश हवाई क्षेत्र में आसमान में विमान में ब्लास्ट हुआ और वह टुकड़े-टुकड़े होकर अटलांटिक महासागर में जा गिरा। जिस वक्त ये धमाका हुआ, उस वक्त विमान सी-लेवल (समुद्री जलस्तर) से 9,400…