IND vs SA: सेंचुरियन टेस्ट में पिच पर फोकस, रहाणे को मिल सकता है मौका
|भारत के खिलाफ केप टाउन टेस्ट में मिली शानदार जीत के बाद साउथ अफ्रीका के हौसले बुलंद हैं और उसका मनोबल भी बढ़ा हुआ है। सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच शनिवार से सेंचुरियन में शुरू होगा और मेजबान टीम प्रबंधन ने इस मैच के लिए पिच पर ज्यादा पेस और बाउंस रखने की मांग की है। सेंचुरियन के चीफ ग्राउंड्समैन ब्रायन ब्लॉय से कहा गया है कि पिच को ज्यादा ‘लाइव’ रखें।
साउथ अफ्रीका ने पहले मैच में अपने तेज गेंदबाजों के दम पर जीत दर्ज की थी। इसे देखते हुए दूसरे टेस्ट मैच के लिए और तेज और उछाल वाली पिच की मांग रखी है। सेंचुरियन के ग्राउंड्समैन ब्रायन ब्लॉय ने बताया कि साउथ अफ्रीकी खेमे से जो सेंचुरियन के लिए संदेश आया है, उसमें दो बातें अहम हैं: ज्यादा पेस और ज्यादा बाउंस। ब्लॉय की मानें, तो इस संदेश पर अमल कर और तेज और बाउंसी पिच तैयार की जा रही है।
ब्लॉय जानते हैं कि सेंचुरियन में साउथ अफ्रीका का रेकॉर्ड शानदार रहा है। हाल के वर्षों में उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार करीब 4 साल पहले मिली थी, जब पेसर मिशेल जॉनसन का जादू चला था। साल 2014 में मिली उस हार के बाद साउथ अफ्रीका ने इस मैदान पर कोई टेस्ट मैच नहीं हारा है।
तेज गेंदबाजों का दबदबा
पिछले साल साल में कैगिसो रबाडा, वेर्नोन फिलैंडर और डेल स्टेन, सभी ने इस मैदान पर एक टेस्ट मैच में 10 विकेट हासिल किए हैं। केवल मोर्नी मोर्कल ही किसी एक मैच में 10 विकेट नहीं ले सके हैं और सेंचुरियन उनका होम ग्राउंड है। जब टीम इंडिया यहां अभ्यास करने गुरुवार को आई थी, तब थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट रघु को टीम के साथ रखा गया। गियर की मदद से गेंद 145 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से आ रही थी और यदि दिन अच्छा रहता है तो गेंद 150 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है।
‘बल्लेबाजों के अनुकूल भी होगी पिच’
इस बीच साउथ अफ्रीका के ओपनर एडेन मार्कराम का मानना है कि सुपरस्पोर्ट पार्क, सेंचुरियन की पिच में भले ही अधिक तेजी और उछाल होती है लेकिन वह बल्लेबाजों के अनुकूल भी होगी। मार्कराम के मुताबिक, ‘आम तौर पर यहां की पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी होती है। हालांकि मैं नहीं जानता कि इस बार कैसी पिच हमें मिलेगी। लेकिन यहां काफी बड़े स्कोर बनते रहे हैं।’ उन्होंने आगे जोड़ा, ‘यहां खेलना रोमांचक है। यहां की पिच पर एक बल्लेबाज के रूप में अगर आप पांव जमा लेते हैं, तो रन बनने लगते हैं।’
रहाणे को मिल सकता है मौका
भारतीय टीम प्रबंधन ने पहले टेस्ट में अजिंक्य रहाणे को मौका नहीं दिया था। इस फैसले पर सभी ने हैरानी जताई थी लेकिन माना जा रहा है कि दूसरे टेस्ट मैच में रहाणे को उतारा जा सकता है। अभ्यास सत्र को देखने के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि रहाणे और लोकेश राहुल को इस टेस्ट मैच में मौका मिल सकता है। रहाणे और राहुल ने सेंचुरियन में काफी देर तक अभ्यास किया। नेट्स पर रहाणे पर काफी फोकस भी किया जा रहा था।
भारतीय कप्तान विराट कोहली भी रहाणे पर नजर जमाए थे। हालांकि सेंचुरियन टेस्ट के लिए टीम इंडिया के फाइनल लाइन-अप के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है लेकिन माना जा रहा है कि भारतीय टीम एक अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ उतरेगी और वह उप-कप्तान रहाणे हो सकते हैं।
तेज गेंदबाजों को होती है ज्यादा थकावट
साउथ अफ्रीका के पूर्व पेसर ऐलन डॉनल्ड का मानना है कि इस पिच पर तेज गेंदबाजों को थकावट जल्दी हो जाती है। इससे भारतीय पेसर मोहम्मद शमी और युवा जसप्रीत बुमराह को अलग अनुभव होगा। मौजूद प्रफेशनल कोच डॉनल्ड ने कहा, यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है और कभी-कभी फिटनेस पर इसका काफी असर पड़ सकता है। गेंदबाजों को पता चलेगा कि ऊंचाई पर होने के कारण सांस लेना यहां मुश्किल है।’
उन्होंने कहा, ‘कोई तेज गेंदबाज हर गेंद से पहले दौड़ेगा और फिर 5 या 6 ओवर के स्पेल करेगा। इसके बाद उसे काफी थकान महसूस होगी। गेंदबाजों का वर्कलोड ज्यादा होगा और इसमें काफी सावधानी बरतनी होगी।’ उन्होंने बताया कि जब वह यहां अभ्यास करते थे तो 2 सेशन में करते थे ताकि उन्हें इसकी आदत हो जाए।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।