GST से पेट्रोलियम इंडस्ट्री की बिगड़ सकती है हालत: रिपोर्ट
|एक रिपोर्ट के मुताबिक वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) के आने से पेट्रोलियम इंडस्ट्री बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। इस रिपोर्ट के मुताबिक पेट्रोलियम इंडस्ट्री के दोहरी कर व्यवस्था के दायरे में आने से ऐसा हो सकता है।
आईसीआरए-ऐसोचैम द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट के मुताबिक पेट्रोलियम इंडस्ट्री के कुछ हिस्से पर जीएसटी के लागू होने के बाद भी मौजूदा कर व्यवस्था लागू होगी। रिपोर्ट की मानें तो कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, मोटर स्पिरिट, हाई स्पीड डीजल और एविएशन टर्वाइन फ्यूल को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है, जबकि बाकी पेट्रोलियम उत्पाद जैसे कि एलपीजी, केरोसिन, फ्यूल ऑयल आदि जीसटी के दायरे में आएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक इस दोहरी कर व्यवस्था के दायरे में आना पेट्रोलियम इंडस्ट्री के लिए घाटे का सौदा साबित होगा।
बता दें कि केंद्र सरकार आगामी 1 जुलाई से जीएसटी को लागू करने का दावा कर रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली जीएसटी काउंसिल ने बीते 3 सप्ताहों में 1,200 सामानों और 500 सेवाओं पर टैक्स की दरें तय की हैं। काउंसिल ने सभी सेवाओं और वस्तुओं को 5, 12, 18 और 28 पर्सेंट के टैक्स स्लैब में रखा है।
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