FACTS: हर साल हजारों जानें लेती है आसमानी बिजली, ये हैं बचाव के तरीके
|नई दिल्ली. बारिश के दौरान किसी पेड़ के नीचे खड़े होना या पहाड़ों की चोटियों पर जाना जानलेवा हो सकता है। आसमान में पैदा हुई बिजली ऐसी जगहों पर ज्यादा गिरती है। देश में हर साल औसतन 1800 लोगों की मौत इस वजह से होती है। मानसून की शुरूआत में ही पिछले दिनों नॉर्थ इंडिया के 4 राज्यों में 112 लोगों की जान जा चुकी है। dainikbhaskar.com आपको बता रहा है, बिजली के बनने से गिरने की तक की पूरी कहानी और इससे कैसे बचा जा सकता है। आसमान में ऐसे बनती है बिजली… – जब बादल आसमान में काफी ऊंचाई पर होते हैं, तो वहां टेम्परेचर बहुत कम होता है। – आधे जमे पानी के कणों का पॉजिटिव और नेगेटिव चार्ज बदलने लगता है। – ये पार्टिकल आपस में टकराने लगते हैं और हाई वोल्टेज करंट (चिंगारी) पैदा होता है। – आसमान में यह प्रोसेस 2 से 3 किलोमीटर की ऊंचाई पर लगातार होती है। – बादल जब पेड़ या बिल्डिंग से संपर्क में आते हैं तो करंट धरती में समा जाता है। – जानकारों की मानें तो बिजली 22,400 Kmph से ज्यादा रफ्तार से गिरती है। आगे की स्लाइड्स में जानें, आसमानी बिजली की इंटरेस्टिंग बातें…