EU से ट्रेड अग्रीमेंट पर अटकी बातचीत जल्द हो सकती है बहाल

नई दिल्ली
यूरोपियन यूनियन (EU) और भारत के बीच ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट अग्रीमेंट पर भारत और जर्मनी ने कमिटमेंट दिखाया है और इसकी जल्द से जल्द बातचीत की बहाली की बात कही है। EU भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत आगे बढ़ते देखना चाहता है, जो 2013 से रुकी पड़ी है।

यूरोप के प्रमुख देश जर्मनी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान दोनों देशों का जो जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया गया, उसमें अग्रीमेंट के प्रति कमिटमेंट दोहराया गया। कहा गया है कि इससे दोनों पक्षों के नए निवेश को एक दूसरे के यहां सुरक्षा मिलेगी। यूनियन के देशों और भारत के बीच द्विपक्षीय निवेश समझौते खत्म होते जा रहे हैं, जिससे उनके नए निवेश को यहां कोई कानूनी सुरक्षा नहीं मिल पाएगी।

समझा जाता है कि भारत मुक्त व्यापार समझौते पर तुरंत बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन द्विपक्षीय निवेश समझौतों को बढ़ाने का इच्छुक नहीं। ब्रेग्जिट के बीच यूरोपियन यूनियन भारत के साथ व्यापार के मुद्दों पर करार के लिए बेचैन है। कुछ समय पहले यूरोपियन यूनियन की वाइस प्रेजिडेंट फेडेरिका मोगेरिनी भारत की यात्रा पर आई हुई थीं।

इससे पहले यूरोपियन यूनियन पार्लियामेंट के 20 से ज्यादा सदस्य फरवरी में भारत आए थे। यूरोपियन यूनियन भारत के सबसे बड़े कारोबारी सहयोगियों में से एक है। पिछले साल दोनों देशों के बीच गुड्स ट्रेड 85 अरब डॉलर तक पहुंच गया था। भारत के एक्सपोर्ट का सबसे बड़ा डेस्टिनेशन EU है, वहां से भारत को निवेश और तकनीक की मदद मिलती है।

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