BJP दिल्ली की नई टीम को लेकर पार्टी में खींचतान
|दिल्ली प्रदेश बीजेपी की नई टीम को लेकर पार्टी में खासी खींचतान चल रही है। नए अध्यक्ष मनोज तिवारी को समीकरणों को संभालने में जद्दोजहद करनी पड़ रही है। नई टीम के गठन को लेकर अध्यक्ष ने आरएसएस के नेताओं से बात कर ली है। संभावना है कि टीम की घोषणा जल्द हो जाए। ऐसा नहीं हुआ तो मामला लंबा खिंचने के आसार बन सकते हैं।
सिने स्टार, भोजपुरी गायक और सांसद मनोज तिवारी बातों से कितने ही ‘मुलायम’ नजर आ रहे हों, लेकिन हाल ही में जिलाध्यक्षों की घोषणा कर पार्टी नेताओं को बता दिया कि वह आक्रामक भी हैं। कारण यह कि उन्होंने सभी 14 जिलाध्यक्षों को बदल दिया और मर्जी के मुताबिक नए अध्यक्ष चुने। उनके इस निर्णय से प्रदेश बीजेपी में खलबली है। माना जा रहा है कि प्रदेश की टीम के गठन में भी अध्यक्ष यही तेवर दिखाएंगे, तो यहां एकदम नई टीम आ जाएगी। अध्यक्ष अभी पत्ते नहीं खोल रहे हैं और सर्वसम्मति से टीम बनाने के लिए आलाकमान से लेकर प्रदेश के जमीनी नेताओं से लगातार संपर्क कर रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि प्रदेश की टीम के गठन को लेकर तिवारी की आरएसएस नेताओं से बैठक हो चुकी है। उन्हें कुछ नाम ‘सुझाए’ गए हैं। बताते हैं कि नई टीम में अपने लोगों को जुगाड़ने के लिए कुछ वरिष्ठ नेताओं ने भी अध्यक्ष को कहा है, जिन पर विचार चल रहा है। इसी मसले पर तिवारी कल एक बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें टीम को लेकर विचार-विमर्श होगा। असल में बीजेपी के जो नियम हैं, उसके अनुसार नए अध्यक्ष को 20 पदाधिकारियों की टीम बनानी है, इनमें आठ उपाध्यक्ष, तीन महामंत्री, आठ मंत्री और एक कोषाध्यक्ष को चुना जाना है। इनमें से 33 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। दो अनुसूचित जाति से भी नेता लिए जाने हैं। टीम को बैलेंस दिखाने के लिए उन्हें उत्तराखंड, सिख, ग्रामीण आदि इलाकों से भी प्रतिनिधि का चयन करना है। इस हिसाब से उनके पास अधिक विकल्प नहीं है। प्रदेश सूत्रों के अनुसार दो-चार दिन में नई टीम की घोषणा की जा सकती है। ऐसा नहीं हुआ तो मामला लंबा खिंच सकता है। वैसे आलाकमान इस बात से खुश है कि दिल्ली की गहरी राजनैतिक समझ न रखने के बावजूद अध्यक्ष की सभाओं में खासी भीड़ जुट रही है और मीडिया उनका पूरा ध्यान रख रहा है।
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