BJP की गलतियों से कांग्रेस में बची है जान: केजरीवाल

रोहिणी सिंह, अक्षय देशमाने, नई दिल्ली
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस अप्रासंगिक होती जा रही है और इसमें जो कुछ भी जान दिख रही है, वह तो बीजेपी सरकार की गलतियों की वजह से है। एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी की तीखी आलोचना की और सोनिया-राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस को तो उन्होंने लगभग खारिज कर दिया।

केजरीवाल ने कहा, ‘लोगों को कांग्रेस से उम्मीद नहीं रह गई है। उसे जो भी वोट मिलेंगे, बीजेपी की गलतियों से मिलेंगे। हो सकता है कि बीजेपी ही कांग्रेस में जान डाल दे। मुझे तो इसका कोई भविष्य नहीं दिखता।’

केजरीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस की कड़ी आलोचना की, लेकिन यह भी कहा कि अभी उनकी कोई बड़ी राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली बीजेपी आर्थिक प्रगति के बारे में कभी भी गंभीर नहीं रही है और उसका सबसे बड़ा एजेंडा लोगों को ‘एक-दूसरे से ज्यादा से ज्यादा लड़ाना’ है। केजरीवाल ने कहा, ‘विकास तो जुमला था।’

मोदी के साथ अपनी सियासी जंग को और तेज करते हुए केजरीवाल ने कहा कि पीएम की ओर से प्रमोट की गई कई योजनाएं सफल नहीं हो पा रही हैं और मोदी सरकार ने ‘ऐतिहासिक जनादेश को बर्बाद कर दिया है।’

दिल्ली के सीएम ने कहा, ‘हर चीज विफल क्यों हो रही है? उनके लिए तो यह ऐतिहासिक मौका था और अब भी हर चीज खत्म नहीं हुई है। अब भी सुधर जाएं, रास्ते पर आ जाएं। राजीव गांधी के बाद किसी को इतना बड़ा जनादेश नहीं मिला था। इन लोगों ने इसे बर्बाद कर दिया।’

केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी का एकमात्र एजेंडा है, लोगों का ‘ध्रुवीकरण’ करना। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी यही सोचती रहती है कि किस तरह लोगों को पोलराइज करें। कैसे वोट बैंक बनाएं। कभी वे ‘भारत माता की जय’ पर डिवाइड करते हैं, तो कभी गाय पर डिवाइड करते हैं। वे कभी नहीं सोचते कि उन्हें काम भी करना है। वे तो केवल बेवकूफ बनाना चाहते हैं। एक सीमा के बाद पीआर और मीडिया के जरिए लोगों को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है।’

केजरीवाल ने कहा कि जेएनयू का विवाद ‘बीजेपी ने पैदा किया ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा डिवाइड किया जा सके।’ उन्होंने कहा, ‘यह भी संदेह जताया जा रहा है कि भारत विरोधी नारे लगाने वाले लड़कों को बीजेपी ने भेजा था। दिल्ली में हंगामा खड़ा करने के लिए उन्हें आईबी ने सेट किया था।’

2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी में मोदी के खिलाफ चुनाव हार चुके केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने कई सामाजिक समूहों में अपने दुश्मन बना लिए हैं। उन्होंने कहा, ‘सरकार बनने के दो साल में ही किसान, व्यापारी, छात्र, शिक्षक, दलित उनके खिलाफ हो गए हैं। इंडस्ट्री भी प्राइवेट बातचीत में उनके खिलाफ बोल रही है। बीजेपी की राजनीति अवसरवादी है।’

दिल्ली के सीएम ने कहा कि केंद्र के जो मंत्री पॉलिसी मैटर्स पर दिल्ली सरकार से सहयोग करना चाहते हैं, उन्हें मोदी ‘बुरी तरह फटकारते हैं।’

राजनीतिक रूप से कांग्रेस के अप्रासंगिक होते जाने के बारे में केजरीवाल का आकलन उनकी इस टिप्पणी में पूरी तरह सामने आया, जब उन्होंने कहा, ‘मुझे आश्चर्य नहीं होगा, अगर प्रशांत किशोर (कांग्रेस के साथ काम कर रहे पोल स्ट्रैटेजिस्ट) कुछ समय बाद राहुल गांधी (कांग्रेस के चेहरे के रूप में) की जगह ले लें।’

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