AK ने कहा, कोई इस समस्या का हल बताओ
|राजधानी में 15 अप्रैल से शुरू होने वाले ऑड-ईवन पार्ट -2 के लिए सरकार ने करीब-करीब सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं, लेकिन कुछ ऐसी पहेलियां उसके सामने आ रही हैं, जिन्हें बुझाना जरूरी है। इस बार सरकार उस कार को भी छूट देगी, जिसमें स्कूल ड्रेस में बच्चा होगा। यानी अगर कोई बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रहा है तो उसे नहीं रोका जाएगा। लेकिन अब सवाल यह खड़ा हो गया है कि जब उसे छोड़कर कोई घर लौट रहा होगा तो वह क्या करेगा। सरकार के सामने यही चुनौती है कि पेरंट्स बच्चे को छोड़कर वापस आ रहे हों या स्कूल से लेने जा रहे हों तो उन्हें कैसे पहचाना जाए। समस्या इतनी गंभीर है कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों से सुझाव मांग लिए हैं।
सुबह 8:36 पर हरतोष सिंह बहल ने ट्वीट कर कहा ‘सरकार का ऑड-इवन कदम अच्छा है, स्कूली बच्चों वाली कार को छूट दी जाएगी, लेकिन पेरंट्स स्कूल से वापस और घर से स्कूल कैसे जाएंगे।’ हरतोष के इस ट्वीट को कोट कर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, यही वास्तविक समस्या है। इसका समाधान ढूंढ रहे हैं। यदि किसी के पास कोई आइडिया हो तो बताएं। केजरीवाल के इस ट्वीट पर लोगों ने तरह-तरह की राय भी देनी शुरू कर दी। सुझाव देने वालों में आप के विधायक और नेता भी हैं।
आप नेता वंदना सिंह ने कहा, पेरंट्स बच्चे की स्कूल आईडी अपने साथ रख सकते हैं। प्रीति शर्मा मेनन कहती हैं, स्कूल कोई स्टीकर इश्यू करें। मालवीय नगर से विधायक सोमनाथ भारती ने सुझाव दिया, विकलांग और बुजुर्ग ड्राइवरों को भी छूट दी जाए। पेरंट्स की पहचान के सुझाव पर लोगों ने कुछ मजाकिया बातें भी कह दीं। सौरभ श्रीवास्तव ने कहा ‘श्रीमान अरविंद केजरीवाल, सरकार आप चला रहे हो, दिमाग हम लोग चलाएं ?? तुम खाली मूवी देखो और ट्वीट करोगे। वाह!! डिजाइन पंडित ने कहा, पेरंट्स बच्चों को इवन डेज में स्कूल छोड़ें और ऑड डे में वापस ले जाएं।
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