Achievement: पहली बार मां के पेट में भ्रूण के दिल का ऑपरेशन कामयाब

कोच्चि. केरल के डॉक्टरों ने पहली बार एक ऐसी सफलता हासिल की है, जो आने वाले दिनों में मेडिकल जगत के लिए वरदान बन सकता है। उन्होंने मां के गर्भ में पल रहे करीब सात महीने (29 हफ्ते) के भ्रूण के दिल का सफल ऑपरेशन किया है। डॉक्टरों ने बच्चे (मां के पेट में पल रहे भ्रूण) के दिल के निलय (चेंबर/वेंट्रिकल्स) की सिकुड़न को ठीक करने के लिए यह ऑपरेशन किया। इस प्रक्रिया को ‘एऑर्टिक वल्वुलोप्लास्टी' कहा जाता है। इस स्थिति में जन्म के बाद बच्चे को हार्ट अटैक का खतरा होता है।   > कोच्चि स्थित अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर के डॉक्टरों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। आपको बता दें कि इसी इंस्टीट्यूट में 13 जनवरी, 2015 को देश में पहली बार एक आदमी के हैंड ट्रांसप्लांट किए गए थे।      क्यों किया ऑपरेशन?  > 29 वीक का यह भ्रूण 'एऑर्टिक स्टिनोसिस' से पीड़ित था। इसमें हृदय की महाधमनी वॉल्व काफी संकरी हो जाती है। जिसके कारण बच्चे के दिल में खून का संचार सामान्य नहीं हो पाता है। डॉक्टरों को उम्मीद है इस ऑपरेशन के बाद बच्चे के दिल में ब्लड सर्कुलेशन…

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